श्रीगंगानगर| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जयपुर सभा के लिए बीते रोज जिला
प्रशासन की ओर से अधिग्रहीत की गई 120 बसों से केंद्र व राज्य सरकार की
योजनाओं से लाभान्वित हुए लोगों को जयपुर ले जाया गया।
लेकिन इसका खमियाजा
शनिवार को नेट परीक्षा देने के लिए बाहर जाने वाले एवं काउंसलिंग के लिए
जाने वाले शिक्षक भर्ती के तहत चयनित अभ्यर्थियों सहित आम लोगों को भुगतना
पड़ा है। कारण कि जिले में सादुलशहर, अबोहर, संगरिया, हिंदुमलकोट सहित कई
ऐसे मार्ग हैं, जहां केवल निजी बसें ही संचालित होती है। इन रूटों की
अधिकतर गाड़ियां प्रशासन ने अधिग्रहीत कर ली। ऐसे में इस मार्ग पर पड़ने
वाले गांवों तक पहुंचने के लिए लोगों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। यही स्थिति
बीकानेर व हनुमानगढ़ मार्ग पर भी रही। श्रीगंगानगर निजी बस ऑपरेटर यूनियन
के अध्यक्ष सोनू अनेजा ने बताया कि बीकानेर मार्ग पर शिव सर्किल से आम
दिनों में हर 15 मिनट व हनुमानगढ़ मार्ग पर 10 मिनट बाद बसें उपलब्ध रहती
हैं, लेकिन शनिवार को इन मार्गों पर जाने के लिए आधा से एक घंटे लोगों को
इंतजार करना पड़ा। ट्रक यूनियन पुलिया, सूरतगढ़ बाइपास व अंबेडकर कॉलेज के
पास से कई लोगों को निजी साधन कर गंतव्य पर जाना पड़ा है।
रोडवेज व ट्रेनों में रहा अच्छा यात्री भार
प्रदेश में रविवार को कई सेंटरों पर नेट परीक्षा आयोजित होने जा
रही है। शहर से जयपुर, जोधपुर, बीकानेर व पंजाब हरियाणा के लिए कई लोग यह
परीक्षा देने के लिए रवाना हुए हैं। वहीं, तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के
तहत चयनित हुए अभ्यर्थियों की भी काउंसलिंग चल रही है। ऐसे में सैकड़ों लोग
शहर से गए हैं व अनेक को शहर आना था। निजी बसें कम होने की वजह से इन्हें
परेशान होना पड़ा। निजी बसों के कम चलने का सीधा असर रोडवेज व ट्रेनों पर
पड़ा। यात्री भार आम दिनों से अधिक रहा है। हालांकि रोडवेज प्रबंधन का कहना
है कि उन्होंने अतिरिक्त बसें नहीं चलाईं, लेकिन अधिकतर बसें भरी हुई गई
हैं। रेलवे स्टेशन, रोजवेज बस स्टैंड पर दिनभर भीड़ देखी गई। वहीं, कोडा
चौक, सुखाड़िया सर्किल, शिव चौक, चहल चौक, बीरबल चौक सहित अन्य जगहों पर
लोग बसों के बारे में पूछताछ करते दिखे।