अजमेर|माध्यमिक शिक्षा विभाग में वरिष्ठ अध्यापकों के पदों पर होने वाली
पदोन्नति में प्रारंभिक शिक्षा विभाग की लापरवाही भारी पड़ रही है।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग में कार्यरत अजमेर मंडल के चारों जिलों के तृतीय
श्रेणी अध्यापकों की सूचना माध्यमिक उपनिदेशक कार्यालय को नहीं मिलने से
पदोन्नति के पदों का आंकड़ा अभी तक नहीं निकाला जा सका है।
जबकि निदेशालय
के कड़े निर्देशों के तहत यह कार्यवाही अभी तक मुकम्मल कर ली जानी जरूरी
थी। उधर, अजमेर मंडल कार्यालय को भी अधीनस्थ जिला शिक्षा अधिकारियों से 15
अप्रैल तक मिली आधी-अधूरी सूचनाओं के साथ माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक
कार्यालय की टीम 16 अप्रैल को निदेशालय में हाजिरी दर्ज कराएगी।
डीईओ कार्यालयों से नहीं मिली सूचनाएं
माध्यमिक शिक्षा विभाग में वर्ष 2018-19 की वरिष्ठ अध्यापक पदों
की रिक्तियों के लिए उपनिदेशक कार्यालय द्वारा की जा रही कवायद को माध्यमिक
शिक्षा के जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों सहित प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक
कार्यालय से सूचनाएं समय पर नहीं मिलने के कारण झटका लगा है। मंडल
कार्यालय द्वारा जहां तयशुदा समय पर पात्रता सूची का प्रकाशन कर पात्र
शिक्षकों से आपत्तियां मांगी जा चुकी थीं, वहीं आपत्ति निराकरण के आउटपुट
में जिला शिक्षा अधिकारी नाकाम साबित हो रहे हैं। निर्धारित कार्यक्रम के
तहत अजमेर मंडल के चारों जिले अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर व टोंक के जिला
शिक्षा अधिकारियों को रविवार को उपनिदेशक कार्यालय में उपस्थित होना था।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग फिसड्डी : सूत्रों के अनुसार दोन्नति की
प्रक्रिया में फिलहाल बड़ी रुकावट प्रारंभिक शिक्षा विभाग से पात्र
अध्यापकों की सूचना प्राप्त नहीं होना बताया जा रहा है। मालूम हो कि तृतीय
श्रेणी अध्यापकों के नियुक्ति आदेश जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा
ही होते हैं। ऐसे में प्रारंभिक शिक्षा के सेटअप में कार्यरत तृतीय श्रेणी
अध्यापकों की समेकित सूचना उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा के द्वारा माध्यमिक
शिक्षा उपनिदेशक को मुहैया कराई जाती है। जो कि मौजूदा प्रकरण में फिलहाल
नहीं किया जाना बताया जा रहा है। ऐसे में पदोन्नत होने वाले पात्र वरिष्ठ
अध्यापकों के पदों का आंकड़ा ही माध्यमिक शिक्षा विभाग के पास उपलब्ध नहीं
है।