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GOOD NEWS : अब रीट माइनस मार्किंग नहीं : राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा ‘रीट’ में गलत उत्तर पर नहीं काटे जाएंगे नंबर

राजसमंद/आईडाणा. राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा 2017 ‘रीट’ 11 फरवरी को होगी, जिसमें अभ्यर्थियों की तैयारी के साथ ही उनकी किस्मत भी काम आएगी। इस परीक्षा में गलत उत्तर पर नंबर काटे जाने का प्रावधान नहीं है। ऐसे में तुक्के लगाकर दिए गए गलत उत्तर से अंक कटने का भय नहीं रहेगा।
ऐसे में अगर तुक्के से दिया गया उत्तर सही हो गया तो वह अभ्यर्थियों के भविष्य की राह में कारगर भी साबित होगा। रीट के माध्यम से तृतीय श्रेणी अध्यापकों के लिए प्रस्तावित 35000 शिक्षकों की भर्ती होगी। रीट एक ऐसी भर्ती परीक्षा है, जिसमें माइनस मार्किंग नहीं होने के बावजूद भर्ती की वरीयता सूची तैयार होगी। आमतौर पर सभी भर्ती परीक्षाओं में गलत उत्तर पर एक तिहाई अंक काटने का प्रावधान होता है। इसमें भर्ती परीक्षाओं सहित कई प्रवेश परीक्षाएं भी सम्मिलित है। परन्तु, रीट में इसका प्रावधान नहीं होना अभ्यर्थियों के लिए लाभ का सौदा रहेगा। हालांकि वर्ष 2011 एवं 2012 में हुई टेट परीक्षा में भी गलत उत्तर पर अंकन काटने का प्रावधान नहीं था, लेकिन वह पात्रता परीक्षा ही थी। शिक्षक भर्ती के लिए होने वाली परीक्षा के लिए टेट उत्र्तीण होना आवश्यक था।
इसलिए हो रही परीक्षा
राज्य सरकार ने अभ्यर्थियों को शिक्षक भर्ती के लिए होने वाली बार-बार की परीक्षा से निजात दिलाने के लिए टेट के स्थान पर रीट का आयोजन शुरू किया। द्वितीय लेवल के लिए रीट परीक्षा में प्राप्त अंकों के 70 प्रतिशत एवं स्नातक परीक्षा के प्राप्तांकों का 30 प्रतिशत जोडक़र बनने वाली वरीयता से शिक्षक पदों पर नियुक्ति दी जाएगी। वहीं, प्रथम लेवल के लिए रीट के प्राप्तांकों के आधार पर ही शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
ये है परीक्षा का पैर्टन
रीट के लिए 150 अंकों की परीक्षा होगी। इसमें प्रथम स्तर कक्षा 1 से 5 के लिए बाल विकास एवं शिक्षण विधियां से 30 अंक, भाषा प्रथम से 30, भाषा द्वितीय से 30, गणित से 30 एवं पर्यावरण अध्ययन से 30 अंक के प्रश्न पूछे जाएंगे। वहीं, द्वितीय स्तर कक्षा 6 से 8 के लिए बाल विकास एवं शिक्षण विधियां से 30 अंक, भाषा प्रथम से 30, भाषा द्वितीय से 30, विषय ज्ञान से 6 0 अंक के प्रश्न पूछे जाएंगे।

बिना तैयारी वाले अभ्यर्थी भी देंगे परीक्षा
माइनस मार्किंग का प्रावधान नहीं होने से जिन अभ्यर्थियों ने परीक्षा के लिए पर्याप्त तैयारी नहीं की वे भी तुक्के के बल पर अपनी किस्मत अजमाने के लिए परीक्षा देंगे। ऐसे में रीट में अन्य सभी परीक्षाओं से ज्यादा उपस्थिति रह सकती है।

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