सिटी रिपोर्टर | बीकानेर
स्थायीकरण की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्षरत राज्य के 6 हजार विद्यार्थी मित्र अभी भी बेरोजगार है।
प्रदेश में 30 फीसदी विद्यार्थी मित्र शिक्षकों को रोजगार प्राप्त नहीं हुआ है। शिक्षा सहायक भर्ती रद्द हो गई। विद्यालय सहायक भर्ती न्यायालय में अटकी हुई है।
वहीं स्पष्ट आदेश नहीं होने के कारण पंचायत सहायक भर्ती में भी अनेक विद्यार्थी मित्र चयनित होने से वंचित रह गए। राजस्थान विद्यार्थी मित्र शिक्षक संघ के बैनर तले आक्रोशित प्रदेश के विद्यार्थी मित्रों ने गुरुवार को शिक्षा निदेशालय पर प्रदर्शन किया। संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने अतिरिक्त निदेशक प्रशासन प्रारंभिक असलम मेहर को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन देकर वंचितों को रोजगार की मांग की। इसके बाद विद्यार्थी मित्रों ने शिक्षा निदेशालय से कलेक्ट्रेट तक ध्यानाकर्षण रैली निकाली गई। प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन देकर पंचायत सहायक भर्ती में आ रही समस्याओं के निराकरण की मांग की। प्रदर्शन में संगठन के प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र चौधरी, अशोक सिहाग, सांवल सिंह, सुनील मांझू, मनोज शर्मा, जगदीश कड़वासरा, दीवानदान, हरिप्रसाद व्यास आदि शामिल हुए।
अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी
राजस्थान विद्यार्थी मित्र संघ के जिला कमेटी पदाधिकारियों ने प्रदर्शन के बाद कर्मचारी मैदान में बैठक हुई। जिलाध्यक्ष जगदीश कड़वासरा ने बताया कि पंचायत सहायक भर्ती से वंचित रहे विद्यार्थी मित्रों के चयन के लिए परिवेदनाएं जिला प्रशासन को दी गई है। यदि शीघ्र ही परिवेदनाओं को निस्तारण नहीं हुआ तो 15 जनवरी से कलेक्ट्रेट परिसर के सामने अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।
स्पष्ट आदेश नहीं होने के कारण पंचायत सहायक भर्ती में अनेक विद्यार्थी मित्र चयन से वंचित रहे हैं। सरकार को चाहिए कि पद बढ़ाकर वंचितों का चयन किया जाए। नरेंद्र चौधरी, प्रदेशाध्यक्ष, राजस्थान विद्यार्थी मित्र शिक्षक संघ