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शिक्षकों की समाप्त की प्रतिनियुक्तियां

जालोर | सरकारने वार्षिक परीक्षाओं के मध्य एक आदेश जारी कर प्रदेश की सभी राजकीय प्राथमिक, उप्र, मा,उमा स्कूलों के शिक्षकों की प्रतिनियुक्तियां समाप्त कर दी है। इसके तहत अब शिक्षकों को मूल पद पर जाना होगा।

संभाग में 525 सेकंड ग्रेड के पदस्थापन आदेश जारी

माध्यमिक शिक्षा उप निदेशक भरतपुर संभाग में चल रहे परामर्श कैंप में तृतीय श्रेणी से द्वितीय श्रेणी विषय अध्यापकों को काउंसलिंग के आधार पर 525 वरिष्ठ अध्यापकों के उपनिदेशक की ओर से पदस्थापन आदेश जारी हुए हैं। जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षकों की कमी दूर होगी वहीं, छात्रों को गुणात्मक शिक्षा मिलने में भी फायदा मिलेगा।

नियमित वेतन शृंखला का लाभ दूर, वेतन भी अटका

तृतीय श्रेणी शिक्षक अध्यापक भर्ती 2012 में नियुक्त शिक्षक अभी भी नियमित वेतन शृंखला के लाभ को लेकर असमंजस में हैं। जिले में नौ ब्लाॅक के शिक्षकों को मार्च का फिक्स वेतन भी नहीं मिल पाया है। नियमित वेतन शृंखला का पेच अब ब्लाॅक स्तर पर विकास अधिकारी एवं बीईईओ के बीच फंसा हुआ है।

शिक्षकों ने चुना पसंदीदा स्कूल

चूरू. शहर में रतनगढ़ रोड स्थित आदर्श विद्या मंदिर उमावि में बुधवार को तृतीय श्रेणी से द्वितीय श्रेणी अध्यापक पद की वर्ष 2008-09 से 2013-14 की रिव्यू डीपीसी से पदोन्नत शिक्षकों के सामाजिक विज्ञान विषय की काउंसलिंग शुरू हुई।

वेतन का बजट जारी करने की मांग

धौलपुर| राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत ने राज्य के मुख्य सचिव एवं आयुक्त राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद जयपुर को ज्ञापन भेजकर सर्व शिक्षा अभियान के शिक्षकों को वेतन का बजट जारी करने की मांग की

सलाहकार समिति सुधारेगी स्कूलों की दशा

सरकारीस्कूलों की दशा सुधारने के लिए सरकार ने अब नई पहल की है। नए सत्र से हर जिले में एक जिला स्तरीय सलाहकार समिति बनाई जाएगी, जो स्कूलों की स्थिति में सुधार के लिए कार्य करेंगी। यह समिति स्कूलों में नामांकन, स्कूल भवनों की कमी, शिक्षकों की कमी, शिक्षा से जुड़ी अन्य समस्याओं पर चर्चा कर उनका समाधान करेंगी। समिति के गठन की प्रक्रिया जारी हो चुकी है।

दो साल से धूल फांक रहे कम्प्यूटर

आबूरोड जिलेभर में सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों को कम्प्यूटर की शिक्षा देनेे के लिए स्कूलों में उपलब्ध करवाए गए कम्प्यूटर काफी समय से यूं ही धूल फांकते पड़े हैं।

कोटा में आत्महत्याओं के बढ़े मामले, कोचिंग सेंटर्स पर नकेल कसने की मांग

बच्‍चों को डॉक्‍टर और इंजीनियर बनाने का सपना बेचने के लिए राजस्थान का कोटा जिला इन दिनों मशहूर हो रहा है. देश के ज्यादातर कोंचिंग सेंटर यहां फलफूल रहे हैं और इससे जुड़ा एक कड़वा सच यह भी सामने आ रहा है कि पिछले कई वर्षों में यहां पर एग्‍जाम की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स में आत्महत्या करने के मामले लगातार बढ़ रहा है.

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