जयपुर। कांग्रेसप्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने प्रदेश में शिक्षा की कमजोर
होती स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। पायलट ने शनिवार को एक बयान जारी कर
कहा कि भाजपा सरकार ने शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के स्थान पर नए-नए
प्रयोग आजमा कर उसे लचर बना दिया है।
स्कूलों को मर्ज करने के नाम पर अनुसूचित जाति बालिकाओं के विद्यालयों को बंद किया गया है जिससे इन वर्गों के लिए शिक्षा प्राप्त करना मुश्किल हो रहा है। स्टाफिंग पैटर्न को आधार बनाकर करीब एक लाख नई भर्तियों को रोका गया है। प्रदेश में व्याख्याताओं एवं शिक्षकों की भर्तियां नहीं होने से कई स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं।
पायलट ने कहा कि शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए पूर्व सरकार द्वारा उठाए गए सभी कार्यों को नजरअंदाज कर भाजपा सरकार एक विचारधारा विशेष के आधार पर पाठ्यक्रम के साथ भी खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने तीन साल में शिक्षा, चिकित्सा जैसे आमजन से जुड़े हुए विभागों को कमजोर करने की नीति पर काम किया है।
स्कूलों को मर्ज करने के नाम पर अनुसूचित जाति बालिकाओं के विद्यालयों को बंद किया गया है जिससे इन वर्गों के लिए शिक्षा प्राप्त करना मुश्किल हो रहा है। स्टाफिंग पैटर्न को आधार बनाकर करीब एक लाख नई भर्तियों को रोका गया है। प्रदेश में व्याख्याताओं एवं शिक्षकों की भर्तियां नहीं होने से कई स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं।
पायलट ने कहा कि शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए पूर्व सरकार द्वारा उठाए गए सभी कार्यों को नजरअंदाज कर भाजपा सरकार एक विचारधारा विशेष के आधार पर पाठ्यक्रम के साथ भी खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने तीन साल में शिक्षा, चिकित्सा जैसे आमजन से जुड़े हुए विभागों को कमजोर करने की नीति पर काम किया है।