नई दिल्ली। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में शिक्षा की व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। स्कूलों की व्यवस्था इस कदर बदहाल है कि छात्राओं को जर्जर कक्षाओं में पढ़ना पड़ रहा है।
इसके साथ ही शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं तक मुहैया नहीं करवाई जा रही है। कई स्कूलों में अध्यापकों की कमी, तो कहीं पानी की समस्या या फिर शौचालय आदि जैसी मूलभूत सुविधा नहीं है। इतना ही नहीं राजस्थान के स्कूलों के हालात ऐसे हैं कि लावारिश मवैशी स्कूलों में खुलेआम घूम रहे हैं। इसके अलावा गहलोत सरकार में गैर-मुस्लिम बच्चों को ‘अम्मी-अब्बू’ बोलने की ‘ट्रेनिंग’ भी दी जा रही है। आज इस आर्टिकल में हम आपको राजस्थान के कुछ ऐसे ही स्कूलों की बदहाली के बारे में बताएंगे। जिसने अशोक गहलोत सरकार की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है।