प्रत्येक गुरुवार को युवाओं और अभिभावकों के लिए कॅरियर संबंधित मार्गदर्शन देने के लिए भास्कर की ओर से भास्कर संवाद कार्यक्रम किया जाता है।
इस गुरुवार को एक्सपर्ट और डाइट प्राचार्य डॉ. हितेश भट्ट ने युवाओं को मार्गदर्शन देते हुए नसीहत दी है कि वह बीएड या एसटीसी की सोच से बाहर निकले और बड़ी जॉब की दिशा में प्रयास करे। चाहे वह प्राइवेट हो या सरकारी। वहीं भट्ट ने युवाओं से कहा कि हमेशा ही हमारी सोच नौकर या नौकरी करने की नहीं हो, हम मालिक बनने के बारे में सोचे। ताकि हम बहुत आगे तक जा सके। डॉ. भट्ट ने युवाओं को मार्गदर्शन देते हुए सीख दी है कि वह नियमित अखबार पढ़े और हर जॉब की दिशा में सोचना शुरू करे। वहीं जीवन में सफलता के सूत्र बताते हुए बताया कि हमारी सोच ही सबसे बड़ा सूत्र है और उसके अनुसार ही आगे चलेंगे तो सफलता निश्चित ही मिलेगी। सरकार के स्तर पर पहले कॅरियर काउंसलर रहे डॉ. भट्ट ने बताया कि 10वीं के बाद जीवन का मोड़ शुरू होता है।
क्योंकि बच्चा जिस फिल्ड में जाना चाहता है, उससे जुड़े विषयों की पढ़ाई 11वीं से शुरू होती है। ऐसे में हम 10वीं के बाद से ही सोचना शुरू कर दे, हमें किस जगह पर पहुंचना है।
एक्सपर्ट डॉ. हितेश भट्ट ने दिया मार्गदर्शन, कहा - नौकर नहीं, मालिक बनने के बारे में सोचे युवा, बड़ी जॉब की दिशा में करने चाहिए प्रयास
डूंगरपुर. डॉ. हितेश भट्ट
सवाल: अभी बीएड कर रही हूं। भविष्य में अच्छा जॉब किस फिल्ड में मिल सकता है।
- मोहिनी कलाल, ओबरी
जवाब : आप बीएड कर रही है तो आपको एजुकेशन में ही जाना चाहिए। इसके लिए क्लियर है कि रीट क्लियर करे और शिक्षक भर्ती में भाग ले।
नियमित और एकाग्रता से पढ़ाई ही दिला सकती है मैरिट में स्थान
सवाल: विज्ञान वर्ग में 12वीं उत्तीर्ण की है, आईटीआई भी की है, अब बीएससी की जा सकती है। - रमेश परमार, कानेला
जवाब : बेशक आप बीएससी कर सकते है। आईटीआई की है तो आप बीई भी कर सकते है। लेकिन तकनीकी का ज्ञान होने के कारण इंजीनियरिंग भी की जा सकती है।
सवाल: मैं 10वीं की पढ़ाई कर रही हूं। मेरिट में आना चाहती हूं। तैयारी कैसे करू। - सपना जारवाल, डूंगरपुर जवाब : अभी से जुट जाए। इसके लिए आप प्रतिदिन 7 घंटे तय कर पढ़ाई करे, प्रतिदिन का पाठ्यक्रम तय करे और उसे पढ़े। कोई डाउट्स हो तो संबंधित शिक्षक से क्लियर करे। नियमित पढ़ाई ही आपको मेरिट दिला सकता है।
सवाल: मुझे लिखने का शौक है और में राइटर बनना चाहता हूं। कैसे संभव होगा। - जयप्रकाश कलासुआ, रामगढ़
जवाब : इसके लिए आपको हिंदी की अच्छी समझ होना जरुरी है। बाद में छोटे अखबार, पत्र पत्रिकाओं में आपको लेख भेजने होंगे। यदि वह छपते है तो फिर अच्छा प्रयास करे।
सवाल: साइंस में 12वीं की है और डाक्टर बनना चाहता हूं। कैसे करूं, बताइए। - रौनक जैन, सागवाड़ा
जवाब : इसके लिए आपको मेडिकल इंट्रेंस एग्जाम में भाग लेकर अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होना पड़ेगा। इसके बाद किसी भी मेडिकल कॉलेज आवंटन के बाद एमबीबीएस करनी पड़ेगी। लेकिन पहले एग्जाम पर फोकस करना होगा।
सवाल: मैंने एमकॉम किया है, आगे क्या भविष्य हो सकता है, मार्गदर्शन दे।
- राजेंद्र शर्मा, डूंगरपुर
जवाब : आपकी उम्र क्या है और अभी क्या कर रहे है। इस पर भविष्य होगा। वैसे एमकॉम कर बीएड करते है तो आप स्कूल व्याख्याता बन सकते है, क्योंकि सेकंड ग्रेड में जॉब नहीं मिलेगी।
10 में भविष्य का लक्ष्य तय करे, 12वीं में अच्छे प्रतिशत हासिल करे, रास्ते खुल जाएंगे
डॉ. हितेश भट्ट ने नई पीढ़ी के युवाओं से आह्वान किया है कि वह 10वीं कक्षा में ही अपना लक्ष्य तय कर ले। जैसे मुझे डाक्टर या इंजीनियर बनना है। फिर 12वीं में इसी फिल्ड के सब्जेक्ट की अच्छी पढ़ाई कर अच्छे प्रतिशत अंक बनाए। जब12वीं में अच्छे अंक हो तो मेडिकल, आईआईटी आदि के लिए पात्रता हासिल करेंगे। इस तरह से ही लक्ष्य तय कर के ही आगे की पढ़ाई की जा सकेगी।
इन्होंने पूछे सवाल
सीमलवाड़ा से आशु कुमारी रोत, डूंगरपुर से हर्षवर्धन राणावत, सागवाड़ा से हेमेश मीणा, गलियाकोट से सुहानी कटारा ने भी प्रश्न पूछ कर मार्गदर्शन प्राप्त किया।