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रीट के बाद बीएड रिजल्ट वाले अभ्यर्थियों के चयन पर सवाल

प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती-2018 के सैकंड लेवल में उन अभ्यर्थियों के चयन पर विवाद खड़ा हो गया है, जिनके बीएड सैकंड ईयर का रिजल्ट रीट के परिणाम के बाद आया था। ऐसे करीब दो हजार अभ्यर्थियों का नाम चयन सूची में शामिल कर लिया गया है
और अब उनके दस्तावेज जांच की तैयारी है। मामूली अंकों से चयन से वंचित हुए अभ्यर्थी इस मामले को लेकर आंदोलन के मूड में हैं। उनका सवाल है कि जब बीएड का परिणाम ही नहीं आया तो रीट की गाइडलाइन के मुताबिक वे शिक्षक बनने के पात्र नहीं हो सकते, भले ही उन्होंने रीट में 60 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त किए हों। जबकि प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अधिकारी कहते हैं हमने पूरे नियम कायदों से भर्ती की है। कोर्ट ने भी ऐसे अभ्यर्थियों को राहत दी थी। उनको इस भर्ती में आवेदन की छूट थी, इसलिए ही उनसे आवेदन लिए गए थे।

यह है विवाद का कारण

रीट-2017 की गाइडलाइन के मुताबिक रीट का प्रमाण पत्र तभी मान्य होगा, जब शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स रीट के परिणाम से पहले उत्तीर्ण कर लिया हो। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने रीट-2017 के सैकंड लेवल का परिणाम 31 जुलाई को जारी किया था। जबकि विश्वविद्यालयों की बीएड सैकंड ईयर परीक्षा का परिणाम अगस्त में जारी हुआ। इसको आधार माना जाए तो अगस्त में शिक्षक प्रशिक्षण का कोर्स उत्तीर्ण करने वालों का रीट का प्रमाण पत्र मान्य नहीं होना चाहिए। भले ही उन्होंने इसमें 60 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त किए हो।

बोर्ड और प्रारंभिक शिक्षा विभाग आमने-सामने

हमने रीट-2017 में स्पष्ट गाइडलाइन जारी कर रखी है कि रीट परिणाम से पहले बीएड उत्तीर्ण करने पर ही रीट प्रमाण पत्र मान्य होगा। अगर 31 जुलाई को सैकंड लेवल के परिणाम के बाद कोई बीएड कोर्स उत्तीर्ण करता है तो रीट का प्रमाण पत्र मान्य नहीं होगा। - बीएल चौधरी, अध्यक्ष, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड

हमारी गाइडलाइन के मुताबिक तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती सैकंड लेवल आवेदन की अंतिम तिथि 25 अगस्त तक जिसने भी शैक्षिक या प्रशैक्षणिक योग्यता प्राप्त कर ली। वह शिक्षक बनने का पात्र है। कोर्ट के भी ऐसे ही निर्देश हैं। - किशनदान चारण, सहायक निदेशक, प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर

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