जयपुर। संस्कृत शिक्षा में वर्ष 2017 में निकली लेवल एक की भर्ती पिछले 6
महीने से लम्बित हैं। चयनित अभ्यर्थियों में से 400 अभी भी नियुक्ति के
इंतजार में हैं। अभ्यर्थी बार-बार नियुक्ति पत्र जारी करवाने के लिए
मंत्रियों-अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। मगर अधिकारी न तो उन्हें
संतोषपूर्ण जवाब दे रहे हैं और न ही नियुक्ति पत्र जारी कर रहे हैं।
यह है पूरा मामला
संस्कृत शिक्षा विभाग ने वर्ष 2017 में लेवल एक के
1829 पदों पर भर्ती निकाली थी। इसके लिए अलग से परीक्षा नहीं ली गई। बल्कि
वर्ष 2011, 2012 व 2015 की मेरिट के आधार पर ही नियुक्तियां दी जानी थी।
विभाग ने साल की शुरुआत में सभी पदों पर मुख्य सूची जारी कर दी। साथ ही
नियुक्ति की तिथि भी दे दी। मार्च तक ज्वाइन नहीं करने वाले अभ्यर्थी की
जगह खाली मानकर 400 पदों के लिए प्रतीक्षा सूची भी जारी कर दी। वहीं मुख्य
सूची के 50 अभ्यर्थी दस्तावेज सत्यापन के बाद भी अभी नियुक्ति के लिए कतार
में हैं। विभाग न तो मुख्य सूची और न ही प्रतीक्षा सूची के चयनितों किसी के
भी नियुक्ति पत्र जारी नहीं कर रहा है। मामला करीब 6 महीने से ज्यों का
त्यों अटका पड़ा है।
चयनित अभ्यर्थियों का ये है कहना -
- मेरिट सूची में होने के बावजूद
अब तक नियुक्ति नहीं मिली है। आठ महीने पहले दस्तावेज सत्यापन भी हो चुका
है। आठ महीने में कई बार विभाग के चक्कर काट चुका हूं। मगर नियुक्ति पत्र
जारी ही नहीं किए जा रहे हैं।
- भरत लाल मीना, चयनित अभ्यर्थी
-
सरकार ने नियुक्ति तो निकाली, मगर नियुक्ति दी नहीं। बार-बार मंत्री और
अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। कई बार ज्ञापन भी दे चुके
हैं। लेकिन, कोई फायदा नहीं। मामला छह महीने से लम्बित है।
- लोकेश कुमार गुर्जर, चयनित अभ्यर्थी
विभाग का कहना -
- सभी पदों पर मुख्य सूची जारी कर दी गई थी। जिन पदों पर नियुक्ति के लिए अभ्यर्थी नहीं आए, उन पदों पर नियुक्ति दी जानी है।
- रवि शंकर श्रीवास्तव, अतिरिक्त मुख्य सचिव, संस्कृत शिक्षा विभाग