अलवर | जिला परिषद के सीईओ अंशदीप ने कहा है कि परिजनों के साथ शिक्षक
बेटियों को गुड टच और बैड टच के बारे में बताएं। बेटियां बैड टच होने पर
संकोच न कर इसका विरोध करें तथा परिजनों व शिक्षकों को तुरंत बताएं।
सीईओ
मंगलवार को राबाउमा स्कूल रामगोपाल खन्ना में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान
के तहत इनाया फाउंडेशन एवं जिला प्रशासन की ओर से गुड टच एवं बैड टच की
बालकों को जानकारी के लिए आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि के
रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बेटियों को गुड टच व बैड टच की
जानकारी बचपन से परिजनों द्वारा दी जाए। साथ ही विद्यालय में इस विषय पर
बेटियों की शंकाओं को दूर किया जाए। उन्होंने बेटियों से कहा कि बैड टच
होने पर परिजनों को बताएं जिससे उसकी पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने जिला
प्रशासन द्वारा इस विषय पर चुप्पी तोड़ो सयानी बनो अभियान चलाया हुआ है।
इसके तहत राजकीय विद्यालयों में प्रतिमाह कार्यशाला आयोजित हो रही हैं।
उन्होंने सरकार द्वारा बेटियों को संबल व सुरक्षा प्रदान करने की विभिन्न
योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने गुड टच व बैड टच के अंतर का संदेश देती
टी-शर्ट, ब्रोशर एवं टी मग का विमोचन किया। बेटियों के साथ गुड टच बैड टच
विषय पर प्रश्नोतरी सेशन में सही जवाब देने वाली बेटियों को ज्योमैट्री
बाॅक्स व टी मग उपहार स्वरूप प्रदान किए।
महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक ऋषिराज सिंगल ने कहा कि सरकार
द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियां चलाई जा रही
हैं। इसके तहत शिक्षा को प्रोत्साहन, आत्म सुरक्षा, अवैध तरीके से भ्रूण
लिंग जांच पर प्रभावी रोकथाम व सामाजिक जागरुकता के साथ बेटियों को विभिन्न
विषयों की जानकारी देने के साथ जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि
जिला प्रशासन ने नवाचार कर बेटियों को कानूनी जानकारी देने के लिए मेरा
संबल पुस्तिका छपवाकर वितरित की हैं। इसमें प्रशासनिक अधिकारियों के फोन
नंबर भी हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र में राज्य सरकार द्वारा बेटियों के
लिए संचालित 111 योजनाओं की संपूर्ण जानकारी लाडो रानी पुस्तिका में समाहित
कर वितरित की गई है।
बालिका स्कूलों में होंगी कार्यशाला
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में 29 अगस्त को राबाउमावि राजगढ़,
30 को राबाउमावि किशनगढ़बास, 31 अगस्त को राबाउमावि रामगढ़ तथा 1 सितंबर को
राबाउमावि कठूमर में कार्यशाला आयोजित होगी। डीईओ अरुणेश सिन्हा ने कहा कि
बेटियां किसी भी विषय पर चुप नहीं रहें, यदि कोई बुरा अनुभव होता है तो
तुरंत अध्यापक को सूचना दें। सभी विद्यालयों में गरिमा पेटी रखी गई हैं
जिसमें बेटियां किसी भी प्रकार की शिकायत व संशय को लिखकर डाल सकती हैं।
एडीईओ वेदप्रकाश गुप्ता सहित अधिकारियों ने भी कार्यशाला में विचार रखे।