राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के बैनर तले शुक्रवार को शिक्षकों ने गजब की
एकजुटता दिखाई। इस दौरान शिक्षकों ने नवीन पेंशन योजना लागू करने के
साथ-साथ छठे वेतनमान की विसंगतियों को दूर करने और पदस्थापन के लिए
काउंसलिंग प्रणाली को तर्क संगत बनाते हुए रिक्त पदों की सूचना 7 दिन पहले
जारी करने की मांगे उठाईं। मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री व शिक्षा
मंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा।
शिक्षकों ने मांगों के समर्थन में कलेक्ट्रेट पर धरना व प्रदर्शन किया।
जिला संगठन मंत्री राजेंद्र प्रसाद शर्मा ने कहा कि शिक्षक अपनी मांगों के
समर्थन में काफी समय से आवाज उठा रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से आश्वासन
मिलने से आगे बात नहीं बढ़ रही। इससे शिक्षकों में आक्रोश पनप रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों के धैर्य की परीक्षा नहीं लें। तीस सूत्री
मांगों के साथ शिक्षकों ने आरपीएससी की ओर से प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा 2
सितंबर को होनी है। उसे विधानसभा चुनाव के बाद कराने की मांग उठाई,
क्योंकि शिक्षकों की ड्यूटी बीएलओ में लगे है। धरने को जिलाध्यक्ष हनुमान
प्रसाद शर्मा, जिला मंत्री गुलाब चंद शर्मा, दौसा उपशाखा अध्यक्ष राजकुमार
नेतावाला, मंत्री रामबाबू शर्मा, लालसोट अध्यक्ष किशोर कुमार सैनी, मंत्री
मुकेश कुमार मीणा, लवाण उपशाखा अध्यक्ष मोहन सिंह मीणा, मंत्री रामजीलाल
बैरवा, सिकराय से ओमप्रकाश मीणा, महवा से अवधेश कुमार शर्मा, ऋषिक कुमार
शर्मा, कैलाश चंद मीणा, महेश खंडेलवाल, द्वारिका प्रसाद शर्मा, मुकेश
पुरोहित, बदराम मीणा, गोविंद्र शर्मा, बांदीकुई से गिर्राज अरनियां, कमलेश
तिवाड़ी, नगर अध्यक्ष राजेंद्र नाटाणी व मंत्री अशोक विजय ने संबोधित किया।