शिक्षक तबादलों में अलवर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें सरकार को झुकना पड़ा और सोमवार को मुख्य सचिव ने खुद एक शिक्षक को वापस उसी स्कूल में लगाने के आदेश जारी करने के निर्देश दिए, जिस स्कूल से हटाया गया था।
मामला अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व पंचायतीराज कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष मूलचंद गुर्जर का है। पहली सूची में गुर्जर को राउमावि कस्बा डहरा से राउमावि नारायणपुर लगाया गया। फिर तबादला निरस्त कर दिया गया। हाल ही डीईओ माध्यमिक प्रथम अरुणेश सिन्हा ने दुबारा गुर्जर का तबादला कर हाजीपुर लगा दिया। महासंघ के पदाधिकारियों ने कड़ा एतराज जताया और मुख्य सचिव से मिले तो उन्होंने पूरे मामले को सुनने के बाद शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन सचिव को आदेश दिए कि गुर्जर का तबादला तुरंत प्रभाव से निरस्त कर कस्बा डहरा स्कूल में लगाएं। बताया जा रहा है कि इस मामले में तबादला कैंप प्रभारी को भी फटकार लगी है। शिक्षा विभाग में बैक डेट में तबादले की भास्कर की खबर पर मुहर उस समय लगी, जब मूलचंद गुर्जर को तबादला आदेश मिले। गुर्जर को 1 अगस्त को तबादला आदेश देते हुए 4 तक ज्वाइन करने का आदेश दिया गया। जो तबादला सूची जारी की गई है वह 28 जुलाई में की गई है।
मैं तो ज्वाइनिंग का समय बढ़वाने के लिए मिला था, लेकिन सीएस ने मेरी व्यथा को सुना। इसके बाद आदेश दिए। - मूलचंद गुर्जर, तृतीय श्रेणी शिक्षक
हमें सरकार ने कहा तबादला करो तो कर दिया, कर्मचारी निरस्त करा लाया। उसके बाद फिर कहा कि कहीं ओर लगाओ तो लगा दिया। सोमवार को दुबारा निरस्त करने के आदेश मिले तो निरस्त करके उसी स्कूल में लगा दिया। हमें तो सरकार के आदेश मानने हैं। - अरुणेश सिन्हा, डीईओ माध्यमिक प्रथम