कोटा। राज्य सरकार और राज्यपाल कल्याण सिंह की तमाम कोशिशों के बावजूद
विश्वविद्यालय समय पर परीक्षा परिणाम घोषित नहीं कर पा रहे हैं। आलम यह है
कि देर से परीक्षाएं शुरू होने के कारण कोटा विश्वविद्यालय के 7000 से
ज्यादा छात्र तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में शमिल नहीं हो पाएंगे।
भर्ती की
तारीखें जारी होने के बाद भी विवि प्रशासन परीक्षाओं का शिड्यूल बदलने को
राजी नहीं है।
निजी कॉलेजों को दाखिलों से लेकर पढ़ाई की अतिरिक्त छूट देने के कारण
बीएड का शैक्षणिक सत्र तीन से चार महीने लेट हो जाता है, लेकिन इस बार यह
लेटलतीफी हजारों छात्रों पर भारी पड़ेगी। कोटा विश्वविद्यालय ने सभी
पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं निपट जाने के बाद बीएड की परीक्षाएं शुरू करवाईं।
द्वितीय वर्ष के 7000 से ज्यादा छात्रों की परीक्षा एक सितंबर को खत्म
होगी।
नहीं कर सकेंगे आवेदन
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा
बोर्ड ने 31 जुलाई को राजस्थान एलिजिबिलिटी एग्जामिनेशन फॉर टीचर्स (रीट
2017) लेवल 2 की परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया था। जिसके तुरंत बाद
राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के
28000 पदों पर ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई। ऑनलाइन आवेदन की
आखिरी तारीख 25 अगस्त है। कोटा विवि से बीएड कर रहे छात्र परीक्षा परिणाम
घोषित न होने के कारण इस भर्ती के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे।
20 तक परिणाम हों घोषित
बीएड द्वितीय वर्ष के
छात्रों राकेश गुर्जर, देवकीनंदन नागर, चौथमल गौड़, हनी गौतम, जितेंद्र
बैरवा, बादल कुमार और चंद्रशेखर शर्मा ने परीक्षा नियंत्रक से मांग की कि
बाकी बचे एेच्छिक प्रथम और द्वितीय प्रश्रपत्रों की परीक्षा और फाइनल लेसन
का आयोजन 10 से 16 अगस्त के बीच करवा कर 20 अगस्त तक परीक्षा परिणाम घोषित
कर दें। इससे छात्रों का भविष्य बर्बाद होने से बच सकता है, लेकिन विवि
प्रशासन ने छात्रों को आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग करने की सलाह
देकर टाल दिया।
बीएड द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं पहले से चल रही हैं। शिक्षक भर्ती की
घोषणा बाद में आई। इसलिए दिक्कत हुई है। हालांकि परीक्षा परिणाम जल्दी
घोषित कराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अंतिम तिथि तक घोषित ही हो जाएगा
ऐसा कहना मुश्किल होगा।
- प्रवीण भार्गव, परीक्षा नियंत्रक, कोटा विवि