Important Posts

Advertisement

713 शिक्षकों की हो रही भर्ती, फिर भी 300 की कमी रहेगी

जिले में अभी 713 तृतीय श्रेणी ग्रेड प्रथम और द्वितीय की भर्ती प्रक्रिया चल रही है, लेकिन उसके बावजूद विद्यार्थी जिलेभर में 300 से अधिक शिक्षकों की कमी झेलेंगे।


इसके अलावा 6 डी प्रक्रिया भी चल रही है। इसमें शिक्षक प्रारंभिक शिक्षा से माध्यमिक शिक्षा में जा रहे हैं। इससे भी तृतीय श्रेणी शिक्षकों की कमी होगी। हालांकि काउंसलिंग में अभी डग, मनोहरथाना जैसे दूरदराज के क्षेत्रों में नए शिक्षकों को भेजा जा रहा है ताकि वहां कमी पूरी हो सके। अभी हालात यह हैं कि डग, मनोहरथाना और पिड़ावा क्षेत्रों में शिक्षकों की काफी अधिक कमी बनी हुई है। इससे पूरी व्यवस्था नए शिक्षा सत्र में भी गड़बड़ा रही है। अभी काउंसलिंग का दौर चल रहा है। इसमें नए शिक्षकों को उनकी पसंदीदा स्थान बताए गए हैं, जहां उनको ज्वॉइन करना है। इन शिक्षकों के ज्वॉइन करने के बाद काफी हद तक जिले में शिक्षकों की कमी दूर हो पाएगी। अभी जिले में प्रथम लेवल के 100 से अधिक और द्वितीय लेवल के 200 से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं। 45 शिक्षक अभी तक 6 डी प्रक्रिया के तहत प्रारंभिक से माध्यमिक शिक्षा में गए हैं। 6 डी में अभी प्रारंभिक से माध्यमिक में जाने का सिलसिला जारी रहेगा।

शिक्षकों की नई नियुक्ति होने से स्कूलों में कमी दूर होगी। नियुक्ति का सिलसिला जारी है। अब काफी कम शिक्षकों के रिक्त पद बचे हुए हैं। हरिशंकर शर्मा, एडीईओ प्रारंभिक शिक्षा झालावाड़।

पढ़ाई पर संकट

6 डी प्रक्रिया के तहत भी प्रारंभिक शिक्षा से माध्यमिक शिक्षा में जा रहे शिक्षक, इससे भी हो रही कमी

शहरी क्षेत्रों में अभी भी भरमार

जिले में शहरी और सड़क किनारे के स्कूलों में अभी भी शिक्षकों की संख्या विद्यार्थियों के अनुपात में अधिक है। जबकि दो साल पहले समानीकरण में अधिक संख्या वाले शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचाया जाना था, लेकिन उसके बावजूद अभी भी शहरी क्षेत्रों में शिक्षकों का अनुपात अधिक है। इसके बावजूद भी शहरी क्षेत्रों से गांवों में शिक्षकों को नहीं लगाया जा रहा है। वहीं अभी भी कई शिक्षक डेपुटेशन पर जमे हुए है। इसके चलते भी गांवों में शिक्षकों की कमी बनी हुई है।

UPTET news

Recent Posts Widget

Photography