अजमेर. कनिष्ठ लिपिक भर्ती-2013 के री-शफल परिणाम और प्रतीक्षा सूची
सहित द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती-2016 की नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर
अभ्यर्थी 4 जुलाई को राजस्थान लोक सेवा आयोग पर महापड़ाव डालेंगे।
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव और अन्य ने
बताया कि द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती-2016 का परिणाम चार माह पहले घोषित
हो चुका है। इसके बावजूद हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान के
सैकड़ों अभ्यर्थी नियुक्ति के इंतजार में हैं। इसी तरह कनिष्ठ लिपिक
भर्ती-2013 के अभ्यर्थियों का री-शफल परिणाम और प्रतीक्षा सूची जारी नहीं
हुई है।
राजस्थान लोक सेवा आयोग ने कोई फैसला नहीं किया तो 4 जुलाई को महापड़ाव
डाला जाएगा। इसमें प्रदेश भर के अभ्यर्थी शामिल होंगे। उल्लेखनीय है कि
द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती-2016 के अभ्यर्थियों ने बीती 6 जून को आयोग के
निकट प्रदर्शन किया था।
कई शिक्षक नहीं रुकते कॉलेज में
उच्च शिक्षा विभाग
के नियमानुसार कॉलेज शिक्षकों को पांच घंटे रुकना अनिवार्य है। प्रदेश के
अधिकांश कॉलेज में इसकी अनुपालना नहीं हो रही। कई शिक्षक टाइम टेबल के
अनुसार एक-दो कक्षाएं लेने के बाद चले जाते हैं। कई शिक्षक तो केवल
बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए आते हैं। इसको लेकर उच्च शिक्षा विभाग गम्भीर
है।
दोनों वक्त हाजिरी पर विचार
कॉलेज शिक्षकों की आते और जाते वक्त हाजिरी को लेकर उच्च स्तर पर
विचार-विमर्श शुरू हो गया है। सभी कॉलेज में मौजूदा बायोमेट्रिक के बजाय
उच्च तकनीक वाली मशीन लगाई जाएंगी। नई मशीन सीधे जयपुर स्थित सर्वर से
कनेक्ट रहेंगी। इससे शिक्षकों की दोनों वक्त की हाजिरी की जांच हो सकेगी।
तकनीकी शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी सहित विभागीय अफसर योजना बनाने में
जुटे हैं।
होगी शिक्षकों-विद्यार्थियों से कॉन्फे्रंस
सभी
कॉलेज में एक कॉन्फे्रंस रूम भी बनेगा। यहां विद्यार्थियों को कभी भी
बुलाकर कक्षाएं होने अथवा नहीं होने की जानकारी ली जाएगी। शिक्षकों के
क्लास में होने, अनुपस्थित रहने, किसी कार्यक्रम से बाहर जाने पर पूछताछ की
जा सकेगी। इसके अलावा जुलाई से सत्रांत तक कोर्स खत्म होने, पाठ्यक्रम में
नवाचार, परीक्षाएं कराने, कॉपियां जांचने पर भी सवाल-जवाब किए जा सकेंगे।
डिजिटल इंडिया अभियान
राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत सभी कॉलेज को डिजिटल इंडिया
योजना से जोड़ा जाना है। कॉलेज शिक्षा निदेशालय ने प्रथम चरण में अजमेर के
सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय और अन्य कॉलेज को शामिल किया
है। इन कॉलेज में प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कैमरे
ऑप्टिकल फाइबर केबल से सीधे कॉलेज शिक्षा निदेशालय जयपुर से जुड़े हैं।