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सरकारी शिक्षकों का ऐसा जुनून शायद आपने पहले कभी नहीं देखा होगा !

सीकर. सरकारी सेवा में पहले से चयनित लेकिन सपनों को पाने का ऐसा जुनून कि फिर से निरंतर तैयारी में जुटे में है। राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से होने वाली प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा के लिए ज्यादातर सरकारी शिक्षकों ने आवेदन किया है। यही नहीं वह इस सपने को पूरा करने के लिए घंटों पढ़ाई भी कर रहे है।
सीकर जिले में इन दिनों 20 से अधिक जिलों के शिक्षक यहां आकर कोचिंगों में तैयारी में जुटे है। इन शिक्षकों का कहना है कि लक्ष्य हासिल करने के लिए बीच में मिले पड़ाव से भी शुरूआत की जा सकती है। रोचक बात यह है कि इन दिनों शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित शिविरों में भी यह शिक्षक कोचिंग से छुट्टी लेकर जा रहे है। लेकिन बाद में फिर से मंजिल के सफर के लिए लौटकर भी आ रहे है।

वेतन का फायदा
शिक्षकों का कहना है कि प्रमोशन कई वर्ष बाद होते है। लेकिन इस भर्ती में चयनित होते ही तत्काल प्रमोशन भी मिल जाएगा और वेतन भी अच्छा मिलेगा। इसी चाह में ज्यादातर अभ्यर्थी तैयारी में जुटे है। युवाओं का यह भी कहन है कि इससे सीधे शिक्षा वर्ग के प्रशासनिक सेवा में जाने का मौका भी मिल रहा है।

पांच से 10 वर्ष पुराने शिक्षक
प्रधानाध्यापक भर्ती में पांच से 10 वर्ष पुराने शिक्षकों ने आवेदन किया है। सूत्रों का कहना है कि इस भर्ती में एक लाख से अधिक सरकारी शिक्षक शामिल होंगे। प्रधानाध्यापक भर्ती के कारण कई शिक्षकों ने अपने गर्मियों के ट्यूर भी रद्द कर दिए है।

अभ्यर्थी बोले, समय पर हो परीक्षा
प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा की तैयारी में जुटे अभ्यर्थियों का कहना है कि राज्य सरकार को यह परीक्षा जुलाई माह तक करानी चाहिए। यदि समय पर परीक्षा नहीं होती है तो इसका खामियाजा भी सरकार को नामांकन अभियान के दौरान उठाना पडेग़ा। क्योकि ऐसे में ज्यादातर शिक्षक फिर अवकाश लेकर तैयारी करेंगे। इस कारण प्रदेशभर में नामांकन अभियान प्रभावित हो सकता है।


उस समय थी मजबूरी
पत्रिका से बातचीत में अभ्यर्थियों ने बताया कि उस समय बेरोजगारी की वजह से तत्काल नौकरी करना जरूरी था। लेकिन अब सपनों को पूरा करने के लिए यह मौका मिला है। नौखा में कार्यरत शिक्षक रामवतार कल्याण, चिड़ावा में कार्यरत संदीप कुमार, नरेन्द्र सोनी, नागौर में कार्यरत अशोक मूण्ड व धोद में कार्यरत मंजू चौधरी का कहना है कि कोई भी लक्ष्य कठिन नहीं होता है। पिछली प्रधानाध्यापक भर्ती में भी कई सरकारी शिक्षकों का चयन हुआ।

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