अजमेर राज्य में 54 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती का रास्ता फिलहाल साफ
नहीं हो पाया है। फरवरी में आयोजित हो चुकी राज्य अध्यापक पात्रता परीक्षा
(रीट) परीक्षा के बाद आठ लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परिणाम का इंतजार है।
खास बात यह है कि परीक्षा की उत्तर कुंजी दो माह पूर्व जारी की जा चुकी है
और अभ्यर्थियों की आपत्तियों का निस्तारण भी कर दिया गया है।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान
की ओर से रीट 11 फरवरी को ली गई थी। इस परीक्षा में 10 लाख 12 हजार 999
अभ्यर्थी बैठे थे। इनमें कक्षा एक से पांचवीं तक के शिक्षकों के लिए रीट
प्रथम लेवल में 2 लाख 8 हजार 877 और कक्षा 6 से आठवीं तक के शिक्षकों की
भर्ती के लिए 8 लाख 4 हजार 122 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
न्यायालय में अटका मामला
बोर्ड ने रीट प्रथम लेवल
का परिणाम तो 11 अप्रेल को जारी कर दिया। लेकिन रीट द्वितीय स्तर का परिणाम
उच्च न्यायालय में दायर याचिका की वजह से अटक गया है। कुछ अभ्यर्थियों ने
रीट द्वितीय लेवल का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने का आरोप लगाते हुए
उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। इस पर फिलहाल सुनवाई चल रही है।
शिक्षा बोर्ड ने इस परीक्षा की उत्तर तालिका दो माह पूर्व 16 मार्च को
जारी कर दी थी और 31 मार्च तक आपत्तियां भी मांगी थी। जानकारी के अनुसार
अभ्यर्थियों की समस्त आपत्तियों का निस्तारण हो चुका है और परिणाम भी लगभग
तैयार है अलबत्ता न्यायालय के फैसले के बाद ही परिणाम जारी किया जा सकता
है।
15 लाख नौकरियों का वायदा
भाजपा ने साल 2013 में
अपने चुनाव घोषणा पत्र में पांच साल में 15 लाख नौकरियों का वायदा किया था।
इसको जनता ने जबरदस्त समर्थन भी दिया। यही वजह रही कि भाजपा 163 सीट जीतने
में कामयाब रही। लेकिन कांग्रेस का कहना है, सरकार पिछले साढ़े चार साल के
कार्यकाल में ज्यादा नौकरियां नहीं दे पाई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत , प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट कई बार भाजपा सरकार को इस मामले में घेर चुके हैं।