बांसवाड़ा| राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम के प्रदेश संयुक्त मंत्री अनिल
व्यास ने प्रशिक्षित महिलाओं को अधिक वेतन प्रदान करने का भ्रम फैला कर
प्रकरण को उलझाने के प्रयास के मामले में कहा कि ताकत है तो एक भी महिला
शिक्षिका से राशि वसूली करके दिखाओ।
इस मामले में वास्तविकता ये है कि यदि न्यायालय द्वारा निर्णित प्रकरण
का समाधान कर दिया जाता है,तो उन अप्रशिक्षित महिला शिक्षिकाओं को एरियर
राशि का भुगतान करना होगा। उन्होंने कालिकामाता स्कूल में अप्रशिक्षित
महिलाओं की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी प्राशि
बांसवाड़ा की हठधर्मिता के कारण न्यायालय द्वारा निर्णित 200 से अधिक
प्रकरणों का निर्णय 16 मार्च 2012 को अप्रशिक्षित महिला शिक्षिकाओं के पक्ष
में हो गया था। न्यायालय के निर्णय की पालना नहीं करने पर अवमानना याचिका
का निर्णय 14 दिसंबर 2017 को हुआ। जिसमें 5 मार्च 2018 को वरिष्ठ संयुक्त
विधिक परामर्शी जयपुर द्वारा प्रकरण का निस्तारण नहीं किए जाने पर दोषी के
खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए जिशिअ प्राशि ने आज तक इस प्रकरण का
समाधान नहीं किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षक संघ एक भी शिक्षिका का नुकसान
नहीं होने देगा। इस अवसर पर प्रेम शर्मा,प्रदीप शाह, हेमंत त्रिवेदी, पवन
खांट,लोकेश पंड्या, मीरा गुरनानी, खुशलता भट्ट, प्रमीला शर्मा, उर्मिला
बैरागी मौजूद रहे।