भास्कर संवाददाता| बांसवाड़ा मिड-डे-मील में गड़बडिय़ों को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने शुक्रवार
को हैप्पी स्कूल डेज एप लान्च किया है। सभी पंचायत मुख्यालय के उमावि में
अब स्टाफ की उपस्थिति के भौतिक सत्यापन से लेकर बच्चों की ड्रॉप अाउट
स्थिति, मिड-डे-मील के बनने वाले खाने की रिपोर्ट एप के जरिए ली जाएगी।
स्टाफ की उपस्थिति, दोपहर के भोजन के दौरान विद्यार्थियों का खाना खाते
हुए, मेन्यू में बने भोजन तथा खाद्यान्न की फोटो भी अपलोड करनी होगी। एप के
नियमित उपयोग तथा प्रतिदिन आवश्यक सूचनाओं की सही प्रविष्टि पर प्रत्येक
पीईईओ की रैंकिंग तय की जाएगी। मिड-डे-मील वितरण में लगातार आ रही खामियों
की शिकायतों तथा एमडीएम में कुछ कर्मचारियों पर एसीबी कार्रवाई के बाद
मॉनिटरिंग के लिए यह एप बनाया गया है। एप की लॉचिंग कलेक्ट्रेट सभागार में
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद की मौजूदगी में की गई। पायलट प्रोजेक्ट के पहले
चरण के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग के 10 उच्च माध्यमिक विद्यालयों व
प्रारंभिक शिक्षा विभाग के 10 उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों
को एप सॉफ्टवेयर कंपनी के सुनील कुमार तथा जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी
हेमंत मेहता ने प्रशिक्षण दिया। इन स्कूलों में अगले सप्ताह से एप पर काम
शुरू हो जाएगा।
मिड-डे-मील में गड़बड़ी रोकने के लिए एप लान्च, बच्चों के खाना खाने की फोटो करनी होगी अपलोड
देरी से आने वाले शिक्षक पकड़े जाएंगे
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद ने बताया कि हैप्पी स्कूल डेज़ एप से
बांसवाड़ा में गुणात्मक शिक्षा की स्थापना के साथ-साथ स्कूल शिक्षा में
व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर कर सकेंगे। एप की प्रविष्टियां गांव में शिक्षा
के अध्ययन और विश्लेषण का सटीक आधार साबित होंगी। एप के माध्यम से जिले के
विभिन्न ब्लॉक की विभिन्न स्कूलों में बच्चों की ड्राप आउट की स्थिति, समय
विशेष में बच्चों के ड्रापआउट की अधिकता के कारण तथा विभिन्न ब्लॉक में
अध्यापकों के समय विशेष में अवकाश पर रहने व आदतन देरी से आने जैसे बिंदु
सामने आ पाएंगे।
इन स्कूलों में अगले सप्ताह से शुरू हो जाएगा एप
प्रथम चरण में बांसवाड़ा जिले के राजकीय नगर उच्च माध्यमिक,
बांसवाड़ा के साथ ही सागड़ोद, छोटी बदरेल, बोरवट, पड़ोली राठौड़, दानपुर,
बड़ोदिया, रोहिड़ा, कुवानिया, बालिका नवागांव में एप टेस्टिंग सेशन अगले
सप्ताह से शुरू हो जाएगा। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी शैलेंद्र भट्ट तथा
शैक्षिक प्रकोष्ठ अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा खुशपाल शाह ने माध्यमिक तथा
प्रारंभिक शिक्षा विभाग अंतर्गत आने वाले विद्यालयों में इस एप के उपयोग के
बारे में आश्वस्त किया। प्रशिक्षणार्थी संस्था प्रधानों की जिज्ञासाओं के
जवाब भी दिए गए।