बीकानेर .
राज्य सरकार की ओर से तृतीय श्रेणी अध्यापकों के तबादलों के लिए आवेदन
मांगे गए थे। इसके बाद प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय में प्रदेश से शिक्षक
अपने तबादले के लिए आवेदन करने के लिए यहां बड़ी संख्या में आने लगा। २०
अप्रेल तक करीब २६ हजार आवेदन आए है।
शुक्रवार को आवेदन की अंतिम तिथि होने से आवेदन जमा करवाने वाले के लिए
भारी भीड़ रही। १५ दिन में एक जिले से दूसरे जिले के आवेदन के लिए करीब १२
हजार व मेल पर ११ हजार तथा डाक के माध्यम से तीन हजार आवेदन आए है। करीब दस
वर्ष बाद खुले तबादले के लिए आवेदन में शिक्षकों में काफी होड़ मची रही।
गिनती जारी
पूरे प्रदेश से तबादले के लिए आवेदन
मांगे गए थे। इन आवेदनों की गिनती की जा रही है। दूसरी जगहों से जानकारी
मंगवा रहे हैं। सोमवार तक आवेदनों की गिनती पूरी कर ली जाएगी।
राकेश ढल्ला, सहायक निदेशक, प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर
लिखित परीक्षा के माध्यम से हो नर्सिग पदों पर भर्ती
बीकानेर.
नर्सिंग छात्र संगठन राजस्थान इकाई की ओर से मुख्यमंत्री के निवास पर उनके
सेकेरेट्री पीसी शर्मा को ज्ञापन सौपा गया। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सांवर
जोशी ने बताया की सरकार की ओर से हाल ही में नर्सिंग स्टाफ की 4515 पदों
पर बोनस अंक द्वारा भर्ती की जा रही है जो की गलत है।
संगठन ने लिखित प्रक्रिया की मांग की है जिससे पारदर्शिता बनी रहे।
संगठन ने 4515 पदों को बढ़ाकर 20000 पदों के लिए लिखित प्रक्रिया से
परीक्षा की मांग की है। ज्ञापन में महेश कुमार शर्मा, प्रशांत शर्मा, धर्मेंद्र यादव, महेश यादव आदि मौजूद रहे।
'डिजिटल जाति और मूल निवासी प्रमाण-पत्र की नहीं हो बाध्यताÓ
बीकानेर.
वाल्मीकि समाज सामूहिक संघर्ष समिति ने शुक्रवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर
(शहर) शैलेन्द्र देवड़ा को ज्ञापन सौंपकर नगर निगम में चल रही सफाई
कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया में डिजिटल जाति और मूल निवासी प्रमाण-पत्र
की बाध्यता को नहीं रखने की मांग की।
समिति संयोजक व पार्षद नन्दलाल जावा के नेतृत्व में प्रतिनिध मंडल ने
एडीएम सिटी को बताया कि इस भर्ती प्रक्रिया में डिजिटल जाति एवं मूल निवासी
प्रमाण-पत्र अनिवार्य है, जिसे समाप्त किया जाए। प्रतिनिधि मंडल में ललित
तेजस्वी, हुकमचंद जावा, सोहन द्रविड, सुखदेव जावा, रविकान्त वाल्मीकि,
लालचंद सारवाण, सुभाष, विनोद आदि शामिल थे।