अजमेर। प्रदेश में शिक्षक बनने के इंतजार में बैठे लाखों अभ्यर्थियों के
लिए खुशखबर है। राज्य सरकार के आदेश के बाद राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC)
ने सोमवार को माध्यमिक शिक्षा में वरिष्ठ अध्यापक (सैकंड ग्रेड) के
विभिन्न विषयों में 9 हजार पदों के लिए ऑनलाइन भर्ती का विज्ञापन जारी कर
दिया है।
आवेदन प्रक्रिया 10 मई से शुरू होगी। आयोग के सचिव गिरिराज सिंह कुशवाहा
ने बताया कि आवेदन प्रक्रिया 10 मई से 9 जून रात्रि बारह बजे तक चलेगी।
आयोग ने वर्गवार व विषयवार रिक्त पदों के लिए वर्गीकरण जारी कर दिया है।
विभिन्न नौ विषयों में 8162 पदों पर व टीएसपी क्षेत्र में 838 कुल 9 हजार
पदों पर भर्ती होगी। आयु सीमा में छूट, पाठ्यक्रम स्कीम सहित अन्य शर्तें
विज्ञापन में अंकित कर दी हैं।
बेरोजगारों के लिए एक आैर खुशखबरी
बेरोजगारों के
लिए एक आैर खुशखबरी है। राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड ने
सूचना सहायक और संगणक की सीधी भर्ती के लिए परीक्षा तारीख घोषित कर दी है।
परीक्षाओं के लिए बोर्ड की ओर से सोमवार को विज्ञप्ति जारी की गई। आयोग की
विज्ञप्ति के अनुसार सूचना सहायक के लिए पांच मई को सुबह 11 से दो बजे तक
परीक्षा आयोजित की जाएगी। सूचना एवं प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग की ओर से
सूचना सहायक की सीधी भर्ती के लिए फरवरी 2018 में विज्ञापन जारी किया गया
था। इसी तरह आयोजना विभाग की ओर से संगणक के पदों के लिए जनवरी 2018 की
परीक्षा 12 मई को सुबह 11 से दोपहर एक बजे तक ली जाएगी।
वेबसाइट पर मिलेंगे ई प्रवेश पत्र
बोर्ड के अनुसार
परीक्षाओं के लिए ई प्रवेश पत्र बोर्ड की वेबसाइट से डाउनलोड किए जा
सकेंगे। प्रवेश पत्र डाउनलोड करने की तारीख के बारे में बोर्ड की ओर से
जल्द सूचित किया जाएगा। बोर्ड ने अभ्यर्थियों से पदों से संबंधित मांगी गई
पात्रता और योग्यता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। इसके आलावा जिन
अभ्यर्थियों की योग्यता सही नहीं पाई गई उन्हें परीक्षा में नहीं बैठने
दिया जाएगा।
नकल रोकने के प्रभावी उपाय
बोर्ड अध्यक्ष डॉ. बीएल
जाटावत की ओर से परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए प्रभावी उपाय करने का
दावा गया किया है। अभ्यर्थियों से कहा गया है कि वो नकल गिरोह के किसी भी
प्रकार के झांसें में नहीं आए और न ही नकल करने के अनुचित साधनों पर प्रयोग
नहीं करें।
खराब हो सकता है भविष्य
नकल करते पकड़े जाने पर
आपराधिक मामला दर्ज करने के साथ ही परीक्षा निरस्त की जाएगी। इसके साथ ही
भविष्य में होने वाली बोर्ड की परीक्षाओं में शामिल होने पर रोक लगा दी
जाएगी। इससे अभ्यर्थी का भविष्य समाप्त हो जाएगा।