राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से हुई वरिष्ठ अध्यापक शिक्षक भर्ती में
विवाद थम नहीं रहे हैं। गणित में माइनस अंक वाले का चयन होने और कंप्यूटर
की गलती से गणित विषय के परिणाम में गड़बड़ी के कारण विवादों में आए आयोग पर
अब संस्कृत विषय के अभ्यर्थियों ने सवाल खड़े किए हैं।
संस्कृत के
अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग ने उनके जीके और संस्कृत में कई ऐसे सवालों
के फाइनल आंसर-की में जवाब बदल दिए, जो सही थे। आयोग ने अपनी ही आरएएस
भर्ती में उन्हीं सवालों के जो जवाब सही माने थे, अब शिक्षक भर्ती में
उन्हीं जवाबों को गलत मान रहा है। अभ्यर्थियों ने आयोग सचिव को शिकायत
भेजकर संस्कृत विषय की आंसर-की और परिणाम फिर से जारी करने की मांग उठाई
है। अभ्यर्थी भरत कुमार सहित अन्य का कहना है कि ग्रुप-ए सामान्य ज्ञान और
संस्कृत के पेपर की फाइनल आंसर-की में खामियां है। आयोग को इन खामियों को
दूर करना चाहिए।
गणित की तरह कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनके कटऑफ से अधिक अंक है, लेकिन सलेक्ट नहीं हुए।
वरिष्ठ अध्यापक भर्ती की आंसर-की पर उठे सवाल, आयोग एक ही सवाल के आरएएस व शिक्षक भर्ती में अलग-अलग जवाबों को मान रहा है सही
संस्कृत के पेपर में 6 सवालों पर आपत्ति
सामान्य ज्ञान ग्रुप ए के पेपर में आयोग पहले सही या अब?
प्रश्न संख्या -1. केंद्रीय भूजल आयोग-2011 के अनुसार राजस्थान में सुरक्षित जल भंडार वाले विकास खंडों की संख्या है।
आपत्ति- इस रिपोर्ट में 25 बताई गई है। लेकिन आयोग पहले जारी की गई
आंसर की में इसे सही माना था और अब 8 फरवरी को जारी फाइनल आंसर की में इसे
डिलीट कर दिया।
प्रश्न संख्या-37. निम्नलिखित संगीत ग्रंथों में से कौनसे ग्रंथ राणा कुंभा कृत हैं।
आपत्ति- आयोग ने आरएएस भर्ती 2013 में और शिक्षक भर्ती की परीक्षा के
बाद जारी आंसर की में कलानिधि को राणा कुंभा की रचना माना गया था, लेकिन
शिक्षक भर्ती की फाइनल आंसर की में इसको सही नहीं माना जा रहा।
प्रश्न संख्या-98. निम्न में किस नदी को दक्षिण की गंगा के नाम से जाना जाता है।
आपत्ति- एनसीईआरटी व राजस्थान बोर्ड की किताब 11वीं के पेज 28 पर
स्पष्ट लिखा है कि गोदावरी को दक्षिणी की गंगा के नाम से जाना जाता है।
आयोग ने फाइनल आंसर की में इस सवाल को डिलीट कर दिया।
प्रश्न संख्या-23. महाराणा प्रताप ने चावंड को अपनी राजधानी बनाया, जो मेवाड़ की राजधानी रहा।
आपत्ति- इस सवाल में आयोग ने 1615 को सही माना है। जबकि बोर्ड की 10वीं
की किताब के पेज 31 पर लिखा है कि चावंड 1585 से अगले 28 साल तक मेवाड़ की
राजधानी रही। इसके अनुसार 1613 होना चाहिए। जो ऑप्शन में नहीं है। इस कारण
इस सवाल को डिलीट करना चाहिए। लेकिन आयोग ने डिलीट नहीं किया।
14 फरवरी को जारी संस्कृत के पेपर की फाइनल आंसर की के हिसाब से 6 सवाल
ऐसे हैं जो आपत्ति योग्य है। इस पेपर में प्रश्न संख्या 6 और 8 को डिलीट
किया गया है। जबकि दोनों में ही आप्शन 2 सही है। इसी प्रकार डिलीट किए गए
प्रश्न संख्या 104 में प्रथम ऑप्शन सही है। प्रश्न संख्या 43 में ऑप्शन 3
की बजाय ऑप्शन नंबर 2 और प्रश्न संख्या 109 में ऑप्शन 2 की बजाय ऑप्शन नंबर
4 सही होना चाहिए। प्रश्न संख्या 74 के सभी ऑप्शन गलत है, इसलिए इसे डिलीट
करना चाहिए। लेकिन आयोग ऑप्शन नंबर 4 को सही मान रहा है। अभ्यर्थियों का
कहना है कि वे आयोग के समक्ष इन सवालों के दस्तावेज भी पेश कर चुके हैं।