बी.एड. पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन फार्म भरने जारी हैं। दो
वर्षीय पीटीईटी और 4 वर्षीय इन्टीग्रेटेड बी.ए. बी.एड./बी.एससी. बी.एड.
प्रवेश पूर्व परीक्षा के लिए 85 हजार अभ्यर्थी आवेदन कर चुके हैं।
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के पीटीईटी समन्वयक प्रो. बी. पी.
सारस्वत ने बताय कि अभ्यर्थी दिनांक 24 फरवरी तक ऑनलाइन फार्म जमा करा
सकेंगे। परीक्षा 13 मई को प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर होगी। इसमें लगभग 3
लाख अभ्यर्थियों के बैठने की संभावना है।
पीटीईटी में 85 हजार अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किए हैं। 72 हजार
अभ्यर्थियों ने परीक्षा शुल्क जमा कराया है। चार वर्षीय इन्टीग्रेटेड बी.ए
और बी.एससी बी.एड. प्रवेश परीक्षा के लिए 8500 अभ्यर्थियों ने फार्म भरे
हैं। 6800 अभ्यर्थियों ने परीक्षा शुल्क जमा कराया है।
प्रो. सारस्वत ने बताया कि ई-मित्र पर नकद परीक्षा शुल्क जमा करवाने की
व्यवस्था शुरू हो गई है। अभ्यर्थी ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करवाकर ई-मित्र के
माध्यम से नकद अपने परीक्षा शुल्क का भुगतान जमा करवा सकते हैं। ऑनलाईन
पेमेन्ट गेटवे के तहत डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड तथा नेट बैंकिंग के द्वारा
अपने परीक्षा शुल्क का भुगतान किया जा सकता है।
पीटीईटी परीक्षा के लिए स्नातक उत्तीर्ण अथवा इस वर्ष अंतिम वर्ष की
परीक्षा में सम्मिलित हुए अभ्यर्थी पात्र होंगे। बी.ए. बी.एड./ बी.एससी.
बी.एड. परीक्षा के लिए किसी भी संकाय में सीनियर सेकंडरी उत्तीर्ण अथवा
सीनियर सैकण्ड्री की परीक्षा में इस वर्ष शामिल अभ्यर्थी पात्र होंगे।
इन्टीग्रेटेड बीए-बीएससी बीएड
इस कोर्स में प्रवेश
के लिए इस वर्ष की सीनियर सैकण्डरी की परीक्षा में शामिल अथवा बारहवीं
उत्तीर्ण आवेदन कर सकेंगे। ऐसे अभ्यर्थी अपनी स्नातक डिग्री के साथ ही
बी.एड. की डिग्री चार साल में प्राप्त कर सकते हैं। वाणिज्य, कला तथा
विज्ञान तीनों संकायों के अभ्यर्थी आवेदन के पात्र हैं। बारहवीं के बाद 4
साल में दोनों डिग्रियां प्राप्त करने के लिए यह प्रमुख कोर्स है।
यूं जरूरी है बीएड
टीचर बनने के लिए बीएड कोर्स
बहुत जरूरी है। इसके बिना आप किसी भी सरकारी शिक्षक भर्ती परीक्षा में नहीं
बैठ पाएंगे। प्राइवेट स्कूल भी बिना बीएड किए टीचिंग जॉब नहीं देते हैं।
बीएड करने के बाद अभ्यर्थी एम.एड भी कर सकते हैं।