पाली. देश में हमारे जिले का शैक्षणिक स्तर कैसा है।
इसका निर्धारण पांच फरवरी को होने वाली नेशनल एचीवमेंट सर्वे परीक्षा से तय
होगा। इसमें इसमें कक्षा दसवीं के विद्यार्थी ओएमआर सीट पर बोर्ड परीक्षा
से पहले सवालों के जवाब देंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से प्रति स्कूल
दो पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है।
वैसे तो इस सर्वे के लिए जिले के
240 स्कूलों का चयन किया गया था। उनके नाम भी मानव संसाधन विकास मंत्रालय
दिल्ली व स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से दे दिए गए थे, लेकिन
सर्वे में किसी तरह की धांधली नहीं हो। इस कारण अभी तक परीक्षा के लिए
चयनित 80 विद्यालयों के नाम नहीं दिए गए है।
जिला स्तरीय कमेटी का किया गठन
यह परीक्षा करवाने के लिए जिला स्तर पर एक कमेटी का गठन किया गया है। इस
कमेटी में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, डाइट के प्रधानाचार्य और रमसा के
एडीपीसी को शामिल किया गया है। जो सर्वे की सभी गतिविधियों को करवाने के
साथ परीक्षा निष्पक्ष करवाएंगे। पर्यवेक्षण दल का भी गठन किया गया है।
जिसमें उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा, उपनिदेशक प्रारम्भिक शिक्षा, जिला शिक्षा
अधिकारी माध्यमिक, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक, डाइट प्रधानाचार्य व
डाइट प्रधानाचार्य की ओर से नामित व्याख्याता व अतिरिक्त जिला शिक्षा
अधिकारी माध्यमिक होंगे।
पांच विषयों की होगी परीक्षा
इस सर्वे में पांच विषयों की परीक्षा होगी। इसमें हिन्दी, अंग्रेजी,
गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान विषय के प्रश्न पूछे जाएंगे। सर्वे की
परीक्षा के दिन कक्षा दस का कोई भी विद्यार्थी या उनको पढ़ाने वाले शिक्षक
किसी भी परिस्थिति में अनुपस्थित नहीं रहेंगे।
हम तैयारी कर रहे हैं
नेशनल एचीवमेंट सर्वे को लेकर हम तैयारी कर रहे हैं। हमने इसके लिए
पर्यवेक्षण दल और समिति गठन का कार्य कर लिया है। अभी 80 विद्यालयों की
सूची नहीं मिली है।
मुकेश मीणा, एडीपीसी, रमसा
ऐसी होगी व्यवस्था
-सर्वे में एक स्कूल के 15 से 45 विद्यार्थी शामिल होंगे। वे सभी एक ही कक्ष में बैठेंगे।
-कक्षा दस के एक से अधिक सेक्शन होने पर एक ही सेक्शन से विद्यार्थी परीक्षा दे सकेंगे।
-पांच विषयों के 45 प्रश्न पूछे जाएंगे।