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churu news-शिक्षकों ने कहा- किसी भी कीमत पर अनावश्यक धौंस नहीं करेंगे बर्दाश्त

 चूरू. सरदारशहर एसडीएम को तत्काल निलंबित करने व बीएलओ से संबंधित मांगों के शीघ्र निस्तारण करने की मांगों को लेकर राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया। इस मौके पर कलक्ट्रेट पर

सभा आयोजित की गई। जिसमें प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग, प्रदेश महामंत्री उपेंद्र शर्मा व प्रदेश सभाध्यक्ष याकूब खान ने कहा कि प्रशासन की हठधर्मिता पूर्वक रवैए की वजह से यदि शिक्षक के मान सम्मान को ठेस पहुंची तो पूरे प्रदेश का शिक्षक एकजुट होकर तानाशाह एसडीएम सरदारशहर के खिलाफ लामबंद होगा।

कलक्ट्रेट पर सभा: एसडीएम को निलंबित करने के लिए शिक्षकों का प्रदर्शन, लगाया जाम
चूरू. सरदारशहर एसडीएम को तत्काल निलंबित करने व बीएलओ से संबंधित मांगों के शीघ्र निस्तारण करने की मांगों को लेकर राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया। इस मौके पर कलक्ट्रेट पर सभा आयोजित की गई। जिसमें प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग, प्रदेश महामंत्री उपेंद्र शर्मा व प्रदेश सभाध्यक्ष याकूब खान ने कहा कि प्रशासन की हठधर्मिता पूर्वक रवैए की वजह से यदि शिक्षक के मान सम्मान को ठेस पहुंची तो पूरे प्रदेश का शिक्षक एकजुट होकर तानाशाह एसडीएम सरदारशहर के खिलाफ लामबंद होगा। जिलाध्यक्ष विजय पोटलिया एवं जिलामंत्री वेदपाल मलिक के नेतृत्व में संगठन ने कोरोना जैसी विकट परिस्थितियों में ऐतिहासिक काम किया है। प्रदेश सरंक्षक दुर्गाराम मोगा, राजपाल दईया, प्रदेश उपाध्यक्ष भंवरलाल कस्वां व संयुक्त मंत्री शुभकरण नैण ने कहा कि अनावश्यक धौंस को किसी प्रकार से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश प्रतिनिधि ओमप्रकाश पूनिया, सुमेरङ्क्षसह सिहाग, किशनलाल सहू, रतिराम सारण, रतनलाल पांडिया, ओमप्रकाश मुहाल, बनवारीलाल फगेडिय़ा ने कहा कि जिलाध्यक्ष विजय पोटलिया से जिस एसडीएम ने तानाशाही पूर्वक व्यवहार किया है। जिसका संगठन पुरजोर मुकाबला करेगा। जिलाध्यक्ष विजय पोटलिया, जिलामंत्री वेदपाल मलिक व संघर्ष समिति संयोजक सुरेंद्र सींगड़ ने प्रशासन को आगाह किया कि या तो अपने तौर-तरीके सुधार ले अन्यथा संगठन की एकजुटता व आक्रोश का मुकाबला करने के लिए अपने आपको तैयार कर लें। सभा के बाद आक्रोशित शिक्षकों ने हाथों में तख्तियां लिए तानाशाह एसडीम सरदारशहर को तत्काल निलंबित करने के नारे लगाए। जब शिक्षक कलक्ट्रेट में घुसने लगे तो प्रशासन ने जबरदस्त घेराबंदी कर गेट बंद कर दिया। इससे शिक्षकों में आक्रोश बढ़ गया। आक्रोशित शिक्षक अंदर जाने की जिद पर अड़ गए। कलेक्टर के सड़क पर आकर ही वार्ता करने की बात करने लगे। अंत में सभी शिक्षक सभा स्थल पर आकर बैठ गए और आमरण अनशन की तैयारी की। इस दौरान 15 जनों के प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया। इस अवसर पर श्रीनाथ बरोड़, गौरीशंकर सिहाग, अमरचंद सांडेला, जितेन्द्र पूनिया, रणवीर सारण, गौरीशंकर बाना, देवकरण फगेडिय़ा, महेन्द्र पूनिया, राजेन्द्र धेतरवाल, गोपीचंद खीचड़, खादिम अली, लीलाधर ढाका, अनिल लांबा, महेन्द्र शर्मा, विजय ङ्क्षसह जाखड़, निहालङ्क्षसह स्वामी, डॉ दलीप चौधरी, इंद्राराम राव, कैलाशचंद्र गंडास, हरिप्रसाद सरावग, बिराबलराम मेव, रूपाराम मेव, हनीफ खान, श्रवणकुमार सहू, गजेन्द्र ङ्क्षसह, पतराम बाना, माया चौधरी, इंदुबाला, मैना हुड्डा, मंजू सैनी, सुमन कालेरा, निर्मला, ममता, रजिता सारण, चन्द्रकला चाहर, पुष्पा पूनिया, सुलोचना, चरुप्रभा आदि शिक्षक प्रदर्शन में शामिल हुए। इस दौरान शिक्षक संघ शेखावत के पदाधिकारियों व बीएलओ ने कुछ समय के लिए जाम भी लगाया। इस दौरान वाहनों की कतार लग गई। लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। बाद में पुलिस ने समझा बुझाकर जाम खुलवाया। 

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