जयपुर. राजस्थान के शिक्षा विभाग (Rajasthan Education Department) में तबादलों के लिए फिलहाल लंबा इतंजार करना पड़ सकता है. विभाग में तबादलों के लिए अब तक 85 हजार आवेदन किए जा चुके हैं, लेकिन अब विभाग इन तबादलों को लेकर पॉलिसी तय करने की प्लानिंग में जुटा है. ऐसे में तबादला सूची जारी होने में देरी तय मानी जा सकती है. शिक्षा विभाग फिलहाल तबादला सूची जारी करने के मूड में नहीं है. रविवार को इसे लेकर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) ने भी स्प्ष्ट कर दिया है कि शिक्षा विभाग को 85 हजार थर्ड ग्रेड में तबादलों के आवेदन मिल चुके है. इनमें अकेले नौ जिलों में 55 हजार आवेदन आए हैं. ऐसे में अब शिक्षा विभाग और पंचायतीराज विभाग मिलकर तय करेंगे कि इन तबादलों की सूची जारी करने के लिए क्या गाइडलाइन तय की जाए.
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Rajasthan: शिक्षकों को तबादले के लिए करना होगा इंतजार, मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताई वजह
शिक्षा
मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि तबादले को लेकर जो भी पॉलिसी बनाई
जाएगी उसकी स्वीकृति मुख्यमंत्री स्तर तक होगी. क्योंकि तबादलों में हर एक
वर्ग के लिए अलग-अगल प्रावधान किए जाएंगे. जरूरत का मजबूत आधार तबादले की
प्राथमिकता में लाया जाएगा, जिसमें भले ही विधवा, परित्यक्ता, एकल महिला
जैसे वर्ग हो या फिर असाध्य रोग से ग्रस्त शिक्षक या फिर पूर्व सैनिक समेत
विभिन्न कैटगरी तय करके ही तबादलों की सूचियों को जारी करने का काम शुरू
होगा.
विभाग ने मंगाए थे ऑनलाइन आवेदन
राज्य भर के
करीब सवा 2 लाख ग्रेड थर्ड टीचर्स हैं. शिक्षा विभाग ने बीते दिनों अधिकृत
वेबसाइट शिक्षा दर्पण (shiksha darpan) पर ग्रेड थर्ड के लिए लिंक पर 18
अगस्त से लेकर 25 अगस्त तक ऑनलाइन
आवेदन मांगे थे. इनमें डार्क जोन के शिक्षकों से भी आवेदन लिए गए. लेकिन
85 हजार शिक्षकों के तबादले के आवेदन होने से विभाग को भी चिंता बढ़ गई कि
आखिर इन तबादलों को किस तरह से पूरा किया जाए. पंचायत चुनाव की आचार
संहिता हटने का शिक्षक इुंतजार कर रहे थे. लेकिन इसके बाद शिक्षा मंत्री के
बयान ने शिक्षकों की उम्मीदों पर फिलहाल तो पानी फेर दिया है. इधर, मामले
में शिक्षकों का कहना है कि विभाग को आवेदन से पहले ही तबादला नीति पर
एक्सरसाइज पूरी करनी चाहिए थी.
बरहाल, थर्ड
ग्रेड शिक्षकों के तबादलों के आवेदन मांगे जाने से मनचाहे तबादले की जुगत
में लगे गुरूजी राजनीतिक शिफारिशों से लेकर हर जतन पूरा कर चुके थे. लेकिन
अब शिक्षा मंत्री के इस बयान ने एक बार फिर मास्टर साहब को तबादलों के लिए
कतार में खड़ा कर दिया है. तबादला सूचियों के जारी होने का यह इंतजार कब तक
पूरा होता है. यह जरूर देखना होगा.