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फेक न्यूज से बचें, सही लोगों को चुन कर भेजें विधानसभा

पत्रिका की जन एजेंडा बैठक : तीन सौ से अधिक लोगों ने लिया मतदान का संकल्प
बारां. राजस्थान पत्रिका के जन एजेण्डा कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को बारां के पंडित दीन दयाल शिक्षण संस्थान में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बारां जिले के करीब ती सौ मतदाताओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था के प्रति खिन्नता प्रकट की तो सोशल मीडिया पर चल रही फेक न्यूज को भी तुरन्त बंद कराए जाने पर जोर दिया।

जाति व धर्म के नाम से की जाने वाली राजनीति को भी देश के लिए घातक बताया।
सभी कार्यक्रम सहभागियों ने इस अवसर पर मतदान करने का संकल्प भी लिया।
फेक न्यूज के बारे में की चर्चा
इससे पहले उपस्थित लोगों ने फेक न्यूज के बारे में चर्चा की। लोगों को बताया गया कि फेक न्यूज किस तरह नुकसान पहुंचा रही है। लोग सोशल मीडिया का उपयोग तो करें, लेकिन इन पर चलने वाली फेक न्यूज के प्रति सावधान रहें। फेक न्यूज का पता कैसे लगाया जाए यह भी एजेण्डा बैठक में बताया गया। इस दौरान राजस्थान पत्रिका की ओर से बारां जिले के दो बड़े नेताओं के वायरल किए फेक वीडियो बताए गए। ऐसे वीडियो से सतर्क रहने और इनकी वास्तविकता का पता लगाने के तरकीब भी समझाई गई। इस दौरान यह भी बताया गया कि फेक न्यूज का वजह से ३३ से अधिक लोग देश में आत्म हत्या कर चुके हैं। फेक न्यूज किसी का भी कुछ भी खराबा कर सकती है। लोग भ्रमित हो जाते हैं। कार्यक्रम के अंत में पंडित दीनदयाल शिक्षण संस्थान के प्रशिक्षक फिरोज खान व मुकेश नागर ने आभार प्रेषित किया।
होनी चाहिए शराबबंदी
& खंडेला के पूरणचंद का कहना है कि बारां जिले में शराब की खपत ज्यादा होती है। कस्बों में तो हालत खराब है। जिले में ही नहीं पूरे राज्य में शराबबंदी होनी चाहिए। इससे लोगों की आर्थिक स्थिति के साथ स्वास्थ्य भी सही रहेगा। समाज में झगड़े और परिवार में शांति भी बनी रहेगी।
कब तक धोखे में रहें
& शिक्षाकर्मी रामलाल कहते हैं कि विधार्थी मित्र, शिक्षाकर्मी, पैरा टीचर के साथ लगातार दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है। लगातार आन्दोलन करते हैं, लेकिन कोई सुनता तक नहीं। बार-बार स्थायी करने का आश्वासन दिया जाता है। ऐसे में आस अधूरी रहती है।
चिकित्सक करें नियुक्ति
& बारां शहर निवासी दिनेश शर्मा कहते हैं कि जिला चिकित्सालय का भवन तो काफी लम्बा चौड़ा बना दिया लेकिन सुविधाएं नहीं की गई। इसका असली फायदा जनता को नहीं अपितु भवन बनाने वालों को मिला है। अस्पताल में सुविधाओं का नितान्त अभाव है
चाहिए टीएसपी का दर्जा
& किशनगंज शाहाबाद इलाके के माहेर सिंह ने कहा कि किशनगंज आदिवासी बाहुल्य जिला है। राज्य के आदिवासी बहुल अन्य जिलों में सरकार स्थानीय लोगों को कई सुविधाएं देती हंै फिर इस क्षेत्र को विशेष सुविधाएं क्यों नहीं देती। चुनाव में हर पार्टी इस मुद्दे को लेकर आश्वासन देती है लेकिन विधानसभा में यह मामला कभी नहीं गूंजता।
बेरोजगारी का मिटे दंश
& पैरा टीचर सारिका धायल ने कहा कि राज्य में सभी के साथ समानता नहीं रखी जा रही। लोग पढ़ाई करते हैं, अनुभव लेते हैं, लेकिन फिर भी मजदूरों जितनी पगार मिलती है। दूसरी तरफ इतनी ही योग्यता वाले लोग लाखों कमाते हैं। बेरोजगारी खत्म करने वाले जनप्रतिनिधियों को हमें चुनना चाहिए। सरकार को जनएजेंडा पर काम करना होगा।
रिपोर्ट - हंसराज शर्मा द्वारा

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