उदयपुर. वर्ष 2012 व 2013 में तृतीय वेतन शृंखला में सीधी भर्ती में
संशोधित परीक्षा परिणाम के बाद कट ऑफ में आने वाले मई व अक्टूबर, 2017 में
नियुक्त शिक्षकों को अब काल्पनिक राज्य सेवा में मानकर इनके वेतन
नियमितिकरण और स्थायीकरण के आदेश जारी कर दिए गए है।
प्रारंभिक जिला
अधिकारी ने उच्च न्यायालय के निर्णय के बाद ये आदेश जारी किए। फि लहाल 50
शिक्षकों को यह लाभ मिला है, जबकि अब भी 100 शिक्षक इस परिलाभ से वंचित है।
जोधपुर व जयपुर हाइकोर्ट के निर्णय के बाद भी इन शिक्षकों को इसका लाभ
नहीं मिलने पर राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ ने संघर्ष
शुरू किया था। इस पर 50 शिक्षकों को काल्पनिक राज्य सेवा में मानकर इनका
वेतन नियमितीकरण व स्थायीकरण आदेश जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, मुख्यालय
ने इनकी नियुक्ति तिथि से जारी कर दिए। संघ के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष
शेर सिंह चौहान ने बताया कि इस आदेश के बाद इन शिक्षको को पूर्व में 2015
में नियुक्त शिक्षकों के समान वरिष्ठता व काल्पनिक समस्त परिलाभ मिलेंगे।
दो लाख का मिलेगा एरियर
इस आदेश के बाद अब प्रत्येक शिक्षक को दो वर्ष तक परिवीक्षा काल में
मिलने वाले मात्र 23 हजार रुपए मानदेय के स्थान पर कार्यग्रहण तिथि से
प्रत्येक माह 43 हजार रुपए वेतन मिलना शुरू हो जाएगा। पिछले महीनों का लगभग
दो लाख रुपए का एरियर व दीपावली बोनस भी मिलेगा। इस आदेश के बाद शिक्षकों
में हर्ष है।
वंचितों के लिए होगा प्रदर्शन
डीईओ से शेष रहे लगभग सौ शिक्षकों के भी आदेश दो दिन में जारी करने की
मांग की जा रही है। ऐसा नहीं होने पर संघ ने शुक्रवार को कार्यालय के बाहर
प्रदर्शन की चेतावनी दी है।