कार्यालय संवाददाता | हिंडौन सिटी आरक्षण की मांग को लेकर संघर्षरत राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति
के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला ने फिर विरोध के स्वर प्रखर किए हैं।
आरक्षण के मामले का निस्तारण नहीं होने पर मंगलवार को कर्नल बैसला ने
संघर्ष समिति की कोर कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक लेकर चर्चा की। कहा कि
सरकार गुर्जरों के धैर्य की परीक्षा ले रही है।
शीघ्र ही उनके आरक्षण का
मामला निस्तारित नहीं हुआ तो वर्ष 2007 व 2008 के आंदोलन की पुनरावृत्ति
करने का कदम उठाना पड़ेगा।
कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला ने कहा कि 19 मई को सरकार से हुए समझौते की
सरकार की ओर से अभी तक पालना नहीं की गई है। प्रधानमंत्री के जयपुर दौरे से
पहले समाज ने जब सरकार को विरोध करने की चेतावनी दी थी तो आनन-फानन में
आदेश निकाल दिए गए, लेकिन उनकी पालना नहीं की गई है। इससे गुर्जर समाज में
नाराजगी है। समाज के युवाओं की नियुक्तियां भी आरक्षण के कारण अटकी हुई
हैं। यदि शीघ्र ही आरक्षण एवं नियुक्तियों का मामले का निस्तारण नहीं हुआ
तो आंदोलन का मानस बनाना पड़ेगा। बैठक में विजय सिंह बैसला, शैलेन्द्र सिंह
एडवोकेट, हिम्मत सिंह, कैप्टन हरप्रसाद, कैप्टन जगराम, भूरा भगत, हाकिम
सिंह, दीवान शेरगढ़, शीशराम मास्टर, मुकेश कसाना, जीतू तंवर आदि मौजूद थे।
रिजर्वेशन
गुर्जरों के आरक्षण मसले का निस्तारण नहीं किए जाने पर कर्नल बैसला ने जताई नाराजगी
हिंडौन सिटी. संघर्ष समिति की कोर कमेटी की बैठक में मंगलवार को कर्नल किरोडी सिंह बैसला के साथ चर्चा करते गुर्जर समाज के लोग।
प्रदेश भर से आए शिक्षित बेरोजगार बैसला से मिले
कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला ने मंगलवार को उनके आवास पर गुर्जर समाज
के शिक्षित बेरोजगार नौकरियों के मामले को लेकर मिले। धौलपुर, करौली,
अजमेर, कोटा, भरतपुर, बयाना, बूंदी आदि स्थानों से आए शिक्षित बेरोजगारों
में शामिल मुकेश चेची, राजेश, हरिराम, राजेश आदि ने बताया कि आरएएस 2016,
शिक्षक भर्ती, जेल प्रहरी पदों पर अभी तक नियुक्ति अटकी हुई है। विशेष
पिछड़ा वर्ग के युवक नौकरियां का बैकलॉग नहीं निकाले जाने से सरकार से खफा
है। समाज के युवाओं की जो नियुक्तियां हुई है वह भी नियम विरुद्ध डार्क जोन
में दी गई है। गुर्जर समाज का सरकार से विश्वास उठ गया है।