जयपुर। भारत वाहिनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि
राजस्थान सरकार ने 25 हजार स्कूल बंद करके 50 हजार शिक्षक पद समाप्त कर
दिए। आज राजस्थान में लगभग 10 लाख बीएसटीसी और बीएड डिग्रीधारी बेरोजगार
कतार में खड़े हैं।
लेकिन सरकार शिक्षकों के पदों को समाप्त कर इन
बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
उन्होंने कहा कि 50 हजार पद समाप्त करने के बाद भी स्कूलों में शिक्षकों की
कमी है। खुद शिक्षा मंत्री ने भी हाल ही में 22 फीसदी पद रिक्त होने की
स्वीकारोक्ति की है। शुक्रवार को तिवाड़ी, सांगानेर विधानसभा क्षेत्र में
वाहिनी के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि इससे जहां एक ओर तो छोटे बच्चों को नजदीक में
शिक्षा मिलने की सुविधा को छीनने काम किया गया वहीं दूसरी ओर बेरोजगारों के
रोजगार का क्षेत्र ही समाप्त कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि गत चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता
से वादा किया था कि बेरोजगारों को हर हाल में रोजगार मुहैया कराया जाएगा।
मगर नये पद सृजन करने के बजाये पहले से ही स्वीकृत पदों को ही समाप्त कर
दिया गया। ये हाल तो केवल शिक्षा विभाग का है, जबकि अन्य विभागों में भी
इसी तरह से पद समाप्त कर दिए गए।
तिवाड़ी ने कहा कि प्रदेश की सरकारी स्कूलों के हाल इतने बुरे हैं कि उनमें
बिजली के कनेक्शन ही नहीं हैं। जयपुर जिले में 38 प्रतिशत और शिक्षामंत्री
के जिले में 33 प्रतिशत स्कूलों में बिजली के कनेक्शन ही नहीं है। दोपहर 2
बजे की भीषण गर्मी में हम ही जब बाहर नहीं निकल पाते हैं तो वहां ये मासूम
बच्चे कैसी शिक्षा ग्रहण करते होंगे? तिवाड़ी ने कहा कि ये मासूम बच्चों
पर किया जाने वाला अत्याचार है।
इस दौरान सांगानेर मंडल अध्यक्ष राजेश अजमेरा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य
अंकित शर्मा, सुधांशु जैन, वाहिनी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ बुद्धि प्रकाश
बैरवा व युवा वाहिनी के मंडल अध्यक्ष अशोक सलोदिया, महामंत्री विकास जैन,
नरेंद्र भोजक, सूरज मल गुप्ता, श्याम लाल गुप्ता, ओम प्रकाश गुप्ता, रजनीश
गुप्ता, फेलीराम बैरवा, राम करण मीणा और सरदार कमलजीत सिंह भी उपस्थित थे।