शिक्षक भर्ती परीक्षा-2016 में अंग्रेजी लेवल द्वितीय के अभ्यर्थियों की
मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। पहले 59 अभ्यर्थियों द्वारा रीट व
टेट के अंकों में हेराफेरी करने का मामला सामने आने पर एफआईआर दर्ज कराने
के आदेश जारी करने पड़े थे। अब चूरू की ओपीजेएस यूनिवर्सिटी की डिग्रियां
विवादों में आई हैं।
सरकार ने प्रदेश के सभी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को
आदेश जारी करते हुए कहा है कि ओपीजेएस यूनिवर्सिटी से अतिरिक्त विषय
अंग्रेजी में स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के नाम निदेशालय द्वारा जारी
सूची में शामिल हैं। इस यूनिवर्सिटी के खिलाफ भिवानी हरियाणा में मामला
दर्ज है। ऐसे में इन डिग्रियों की पूरी तरह से जांच करें और वैधानिक
मान्यता के संबंध में स्थिति स्पष्ट होने तक इस यूनिवर्सिटी से डिग्री लेने
वालों की अलग से सूची बनाकर निदेशालय भिजवाएं। डिग्रियों का सत्यापन कराएं
और यदि डिग्री संदिग्ध मिलती हैं तो एफआईआर दर्ज कराएं। ऐसे अभ्यर्थियों
को नियुक्ति नहीं दी जाए। दरअसल हाईकोर्ट में विचाराधीन याचिका मंजू कुमारी
बनाम राज्य सरकार व अन्य के दौरान 19 जुलाई को हुई सुनवाई में यह तथ्य
सामने आया था कि डिग्रियां फर्जी हैं।
राज्य सरकार के आदेश के बाद निदेशालय स्तर पर जांच शुरू, हो सकती है एफआईआर
ओपीजेएस की डिग्री से चूरू से भी एक ने किया आवेदन
चूरू में एक आवेदन किया गया। डीईओ प्रा. संपतराम बारूवाल ने भी
इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पूरी जांच निदेशालय स्तर
पर हो रही है। गौरतलब है कि प्रदेशभर में इस यूनिवर्सिटी की डिग्री से दो
दर्जन से अधिक आवेदन की बात सामने आ रही है। अलग सूची बनाई जा रही है।