जयपुर। शिक्षा विभाग में इन दिनों तबादलों का दौर चल
रहा है। रोज नई सूचियां जारी हो रही हैं। माध्यमिक शिक्षा में लगे तृतीय
श्रेणी अध्यापकों की दूसरी तबादला सूची शुक्रवार देर रात जारी की गई। इस
सूची में करीब 5 हजार शिक्षकों के नाम होने की संभावना है।
अभी तक 15 जिलों
की सूची ही जारी हुई है। जयपुर जिले की भी तबादला सूची नहीं आई है। इस बार
सूची जिला शिक्षा अधिकारियों ने जारी की है। इन शिक्षकों को 7 जुलाई तक
कार्यमुक्त किया जाना है। सभी तबादले जिले में ही हुए हैं।
गौरतलब है
कि अब तक शिक्षा विभाग में तबादलों से बैन खुलने के बाद करीब 50 हजार
तबादले हो गए हैं। इसमें अधिकारी से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक के
तबादले शामिल हैं। तबादलों को लेकर शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी भी
अपने ही लोगों के बीच घिर गए हैं।
अधिकार तबादले इस बार राजनीतिक पहुंच
रखने वालों के ही हुए हैं। जिनकी कोई पहुंच नहीं है वे शिक्षक परेशान हो
रहे हैं। हालात ये हैं कि कई विधायकों और जनप्रतिनिधियों ने तो अपने
क्षेत्र से दर्जनों शिक्षकों को इधर—उधर करने की सूची मंत्री के पास भेजी
है। अभी तबादलों का दौर आगे भी जारी रहेगा इसे लेकर शिक्षक परेशान हैं।
पढ़ाई हो रही प्रभावित
ग्रीष्मावकाश के बाद स्कूल
फिर से खुल गए हैं। स्कूलों में पढ़ाई भी शुरू हो गई है। अब बीच में
शिक्षकों के तबादले होने से शिक्षक परेशान हैं, वहीं विद्यार्थियों की
पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। जिन शिक्षकों के इच्छित स्थान पर तबादले नहीं
हुए हैं, वे भी परेशान हैं। कई शिक्षकों में तो कार्यग्रहण करने की तिथि
निकलने के बाद भी कार्यग्रहण नहीं किया है, वे अब भी तबादला निरस्त कराने
या फिर मनचाहे स्थान पर कराने के जोड़—तोड़ में लगे हैं।
तबादला आदेशों में खामियां
तबादला आदेशों में इस
बार जमकर खामियां रही हैं। कई शिक्षकों के दो जगह तबादले हो गए तो कई के
इच्छित स्थान पर नहीं हुए। सूचियों में नाम से लेकर पदनाम तक गलत लिख दिए।
कई शिक्षकों को लाभ पहुंचाने के लिए विभाग की गाइड लाइन ही बदल दी गई।
कर्मचारी कोर्ट में दे रहे हैं चुनौती
नियम विरुद्ध
हुए तबादलों को लेकर शिक्षक कर्मचारी नेताओं को चक्कर लगा रहे हैं। वहां
से राहत नही मिलने पर आदेशों को कोर्ट में चुनौती दे रहे है। अब तक सैंकड़ो
शिक्षक कोर्ट पहुंच चुके हैं।