जयपुर | राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से की गई वरिष्ठ अध्यापक शिक्षक
भर्ती-2016 में मंडल आवंटन में गड़बड़ी सामने आई है। विभाग ने आदेश दिया था
कि चयनित अभ्यर्थियों से वरीयतानुसार मंडल आवंटन का विकल्प भराया जाए और
मेरिट को ध्यान में रखते हुए मंडल आवंटित किया जाए।
इसके बावजूद ऐसी
गड़बड़ी से मंडल आवंटन प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं। इसको लेकर
अभ्यर्थियों ने विभाग में शिकायत दर्ज कराई है। वहां भी राहत नहीं मिलती
देख अब अभ्यर्थी कोर्ट की शरण में जा रहे हैं। सबसे अधिक गड़बड़ी सामाजिक
विज्ञान के चयनित अभ्यर्थियों के मंडल आवंटन में सामने आई है। आयोग ने
सामाजिक विज्ञान के 2,203 पदों पर भर्ती की थी। पिछले दिनों चयनितों से
विकल्प भरवाए गए। चयनितों ने विभाग के सभी 9 मंडलों को वरीयतानुसार भर भी
दिया था। लेकिन आवंटन के समय विभाग ने इन विकल्पों पर ध्यान नहीं दिया। कई
अभ्यर्थियों को मेरिट में ऊपर होने के बावजूद जयपुर नहीं मिला। इस गलती से
एक बार फिर स्कूलों को शिक्षक मिलने में देरी हो सकती है।
शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी का कहना है कि मंडल आवंटन में पूरी
पारदर्शिता बरती गई है। इसके बावजूद कोई शिकायत आई, तो जांच कर नियमानुसार
कार्रवाई की जाएगी।
सामान्य महिला वर्ग में मीना देवी की वरियता 866 है। पहले नंबर पर
जयपुर मंडल और दूसरे नंबर पर चूरू मंडल भरा था, लेकिन कोटा मंडल दिया गया,
जो पांचवां विकल्प था। इनसे नीचे की मैरिट के कई अभ्यर्थियों को जयपुर और
चूरू मंडल मिल गया।
जनरल पुरुष कैटेगरी में श्रवण कुमार की रेंक 699 है। जयपुर और चूरू को
पहला व दूसरा विकल्प भरा था, लेकिन कोटा दिया। मेरिट में नीचे आए कई
अभ्यर्थियों को जयपुर मिला है।