भीण्डर. नगर के गुलाब कॉलोनी स्थित राजकीय जनजाति बालिका छात्रावास में
बेटियों की सुरक्षा को लेकर हर वर्ग चिंतित है। बालिका छात्रावास को युवक
के भरोसे छोडऩे के मामले में राजस्थान पत्रिका की ओर से खुलासे के बाद नगर
के हर वर्ग ने चिंता जाहिर की।
हर किसी ने कहा कि- ‘यहां हमारी बेटी होती
तो हरगिज नहीं रखते।’ नगर के प्रबुद्धजनों ने बेटियों की सुरक्षा पर सवाल
खड़े करते हुए कहा कि घर-परिवार को छोड़ शिक्षा के लिए छात्रावास में रह
रही छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। ऐसी लापरवाही से कुछ
अनहोनी होती है तो उसकी जवाबदेही किसकी है। जिला परिषद कार्यकारी अधिकारी
ने मामले की जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही।
होगी ठोस कार्रवाई
मामले की जांच करवाई जा रही है।
यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि वार्डन पूरे समय छात्रावास में ही रहे।
जांच में दोषी पाएं जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
अविचल चतुर्वेदी, सीईओ, जिला परिषद
पहले भी थी शिकायतें
बालिकाओं की सुरक्षा को लेकर
सावचेत रहना जरुरी है। पत्रिका ने मामला उजागर करके आईना दिखाया है। अप्रिय
घटना हो जाएगी तो जिम्मेदार कौन है। पहले भी वार्डन को लेकर नागरिकों ने
शिकायत की थी। समझाईश कर मामला शांत किया।
रतनलाल जाट, बीट कांंस्टेबल
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मांगों को लेकर शिक्षकों ने कि या प्रदर्शनउदयपुर.
संभाग भर के शिक्षकों ने सत्र 18-19 की डीपीसी से पदोन्नति की वरिष्ठता
सूची में नाम नहीं जोडऩे, सत्र 17-18 की शेष रही सामान्य, सामाजिक विषय व
शारीरिक शिक्षकों को पदोन्नति नहीं करने पर शुक्रवार को उपनिदेशक माध्यमिक
कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। राजस्थान शिक्षक एंव पंचायतीराज कर्मचारी
संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेर सिंह चौहान ने बताया कि प्रदर्शन के
बाद उपनिदेशक को ज्ञापन दिया गया। चौहान के अनुसार उपनिदेशक ने सभी पात्र
शिक्षकों के नाम वरिष्ठता सूची में जोडकऱ डीपीसी करने का आश्वासन दिया है।
इस दौरान नवीन व्यास, देवी लाल पाटीदार, गंगाराम, जितेन्द्र सिंह, सतीश
जैन, महेन्द्र सिंह शक्तावत, गरिमा अग्रवाल, योगेन्द्र सिंह भाटी, धर्मेन्द्र जैन मौजूद थे।