मुख्यमंत्री के निर्देश पर मन्त्रिमण्डल समिति ने एकीकृत महासंघ अध्यक्ष
महेन्द्र सिंह एवं शिक्षक नेता सियाराम शर्मा से वार्ता की। सरकार की तीन
कैबिनेट मन्त्रिमंडल समिति तथा कई प्रमुख शासन सचिवों के साथ अखिल राजस्थान
राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र सिंह के
नेत्तृव मे वार्ता हुई।
वार्ता में महासंघ से सम्बद्ध शिक्षक संघ सियाराम
के प्रदेश अध्यक्ष सियाराम शर्मा ने भाग लिया व शिक्षको की मांगों को
पुरजोर तरीके से उठाया। शिक्षक संघ सियाराम के प्रदेश उपसभा अध्यक्ष सुरेश
भारद्वाज ने बताया वार्ता में प्रमुख मांगो को महासंघ के पदाधिकारियों ने
पुरजोर से मन्त्रिमण्डल समिति के समक्ष रखा। सातवें वेतन के आप्शन तिथि को
बढाने तथा दुबारा विकल्प देने की छूट देने, विद्यालयों के समय वृद्धि को
वापस लेने, सभी कैडरों की पदोन्नति नियमित रूप से कराने, सभी विभागों की
लंबित मांगों पर त्वरित कार्यवाही करने, कुछ कैडरों के पदनाम परिवर्तन
करने, संविदा कार्मिकों को समान कार्य समान वेतन लागू करने, विद्यालय सहायक
की भर्ती की कानूनी बाधाओं को दूर करने पर सहमति, प्रयोगशाला सहायक से बने
शिक्षकों की वेतन विसंगती, 2012 के शिक्षकों एवं मन्त्रालिक कार्मिकों की
वेतन विसंगति, विधवा ट्रैनी के मानदेय में बढ़ोतरी, नियमित लगे कर्मचारी को
पुन: प्रोवेशन से छूट, दो से अधिक संतान होने पर पदोन्नति नियम में
शिथिलता, प्रबोधकों की पदोन्नति, विशेष शिक्षा के जिला शिक्षा अधिकारी से
लेकर व्याख्याता के पद सृजन की मांगें रखीं। ज्यादातर मांगों पर
मंत्रिमंडलीय समिति के सदस्यों ने सहमति जताते हुए मांगों का ड्राफ्ट तैयार
कर मुख्यमंत्री के समक्ष रखने की बात कही। कुछ के आदेश शीघ्र जारी होने की
बात मंत्रिमंडल समिति के सदस्यों ने कही। विद्यालय समय कम करने पर भी
सहमति बनी।