बारां| आल मुस्लिम इत्तिहाद सोसायटी के जनरल सैक्रेटरी शेख बहादुर ने उर्दू
विषय के साथ भेदभाव का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 के बाद
सरकार ने उर्दू विषय के व्याख्ताओं की जगह नहीं निकाली, जबकि हर विषय के
व्याख्ताओं की भर्ती दो बार निकल चुकी है।
मौलाना आजाद मानव सेवा संस्थान, आॅल मुस्लिम इत्तिहाद सोसायटी,
राष्ट्रीय मुस्लिम एकता मंच कई बार मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को ज्ञापन
देकर उर्दू विषय के व्याख्ताओं की मांग कर चुके हैं। आरपीएससी की ओर से 13
अप्रैल को स्कूल व्याख्ताओं की कुल 20 विषयों पर करीब पांच हजार पदों की
भर्ती निकाली है। लेकिन एक भी पद उर्दू विषय का नहीं है, तीन साल पहले भी
13 हजार 98 पदों पर भर्ती निकाली गई थी। तब भी उर्दू विषय की एक भी भर्ती
नहीं की। आल मुस्लिम इत्तिहाद सोसायटी के सरपस्त हाजी अब्दुल गनी, फकीर
मोहम्मद, हाजी अब्दुल वहीद खान, लईक अहमद, मुस्तुफा खान, जिलाध्यक्ष हाजी
लियाकत अली मेव, उपाध्यक्ष जाकिर मंसूरी, अब्दुल शकूर चिश्ती, हाजी आबिद
अली बोहरा, शाहिद खान, हक्का भाई, मोहम्मद खालिद राणा ने निंदा की। साथ ही
उर्दू विषय के रिक्त पदों पर व्याख्याता लगाने की मांग की है।