बांसवाड़ा। प्रारंभिक शिक्षा विभाग में काउंसलिंग के बाद 20 दिन भी जिले
में 45 प्रबोधकों समेत 64 अधिशेष शिक्षकों का पदस्थापन नहीं हो पाया है।
अभी शिक्षक अपने पुराने स्कूलों में ही ड्यूटी दे रहे हैं, लेकिन इन्हें
पोर्टल पर आवंटित स्कूलों से जोड़ दिया गया है। इससे विभाग में असमंजस की
स्थिति बनी हुई है।
दरअसल, विभाग में लेवल सेकंड गणित-विज्ञान विषय के 20 अभ्यर्थी,
प्रबोधक लेवल 2 विषय अंग्रेजी, प्रबोधक शारीरिक शिक्षक के 7 पदों और लेवल
प्रथम-द्वितीय के 12 पदों के लिए 10 अप्रैल को काउंसलिंग की गई। इसके बाद
फाइल डीईसी से अनुमाेदन के लिए जिला परिषद भेजी गई। चूंकि डीईसी की बैठक
हुई ही नहीं, लिहाजा इस पर मुहर नहीं लगने से नए पदस्थापन आदेश जारी ही
नहीं हो पाए। दूसरी ओर, तबादलों का दौर चलने से शाला दर्शन पोर्टल पर
रिक्तियां दिखलाई दे रही थीं। ऐसे में जिन स्कूलों का इन 64 शिक्षकों को
आवंटन किया गया है, वहां का खाली पद दिखलाई नहीं दे, इसलिए विभाग ने पहले
ही नाम जोड़ दिए गए हैं। इससे मौजूदा स्कूल से रिलीव बगैर ही शिक्षक ऑनलाइन
नए पदस्थापन स्थल पर पहुंच गए हैं। इस बारे में चर्चा पर डीईओ प्रारंभिक
प्रेमजी पाटीदार का कहना है कि खाली पद दिखने पर तबादलों से नया पदस्थापन
संभव हो जाता। इससे ओवरलेपिंग की समस्या बन सकती थी। चूंकि इन शिक्षकों के
स्कूल आवंटन हो चुके हैं और केवल अनुमाेदन ही बाकी है, लिहाजा पोर्टल पर
नाम डाले गए हैं। आने वाले दिनों में जिला परिषद से अनुमाेदन पर सब संतुलित
हो जाएगा। हालांकि जिला परिषद में अभी डीईसी की बैठक की तारीख तय नहीं हुई
है।