जोधपुर . सरकार
से सीधे टकराने का अंजाम जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति को भारी
पड़ता नजर जा रहा है। विवि में नियम विरुद्ध की जा रही १६५ शिक्षकों की
भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाने के बाद सरकार ने बुधवार से शुरू हो रही
कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम (सीएएस) के अंतर्गत विवि में २००८ में चयनित
शिक्षकों की
पदोन्नति प्रक्रिया पर भी रोक लगा दी है। सरकार से निर्देश
मिलते ही विवि ने मंगलवार देर शाम सीएएस पदोन्नति स्थगित करने के आदेश जारी
किए।
सीएएस पदोन्नति में भी विवि २०१२-१३ शिक्षक भर्ती घोटाले में एसोसिएट
प्रोफेसर बने कुछ शिक्षकों को पदोन्नति देने जा रहा था, जबकि भ्रष्टाचार
निरोधक ब्यूरो (एसीबी) विवि को पहले ही पत्र लिखकर २०१२-१३ भर्ती में चयनित
सभी १५६ शिक्षकों के स्थाईकरण व पदोन्नति नहीं करने के आदेश दे रखे हैं।
विवि कुलपति डॉ. आरपी सिंह का कार्यकाल खत्म होने में केवल २४ दिन शेष हैं।
एेसे में सरकार ने उनसे किसी भी तरह की भर्ती व पदोन्नति नहीं करने के
आदेश दिए हैं।
यह है मामला
विवि प्रशासन ने पिछले महीने आदेश निकालकर सीएएस के अंतर्गत वर्ष
२००८ में एडहॉक से अस्थाई बने १६ शिक्षकों और वर्ष २००८ की सीधी भर्ती में
चयनित अन्य शिक्षकों की पदोन्नति करने का निर्णय किया था। पदोन्नति
प्रक्रिया के लिए ११ व १२ अप्रेल को बैठक होनी थी। इनमें वे शिक्षक भी
शामिल हैं, जो वर्ष २०१२-१३ की भर्ती में असिस्टेंट प्रोफेसर से एसोसिएट
प्रोफेसर पद पर चयनित हुए। सूत्रों के मुताबिक विवि प्रशासन इन शिक्षकों को
असिस्टेंट प्रोफेसर मानकर पुरानी तिथि से सलेक्शन ग्रेड देने जा रहा था।
इसी तरह २०१२-१३ में प्रोफेसर बने कुछ एसोसिएट प्रोफेसर को भी विवि प्रशासन
की पुरानी तिथि से एसोसिएट प्रोफेसर की सलेक्शन ग्रेड देने की मंशा थी।
जेएनवीयू ने राजस्थान विश्वविद्यालय में वर्ष २००८ में लाए गए 'दी राजस्थान
यूनिवसिर्टीज टीचर्सÓ (अबॉर्सन ऑफ टेम्पररी टीचर्स) एक्ट का सहारा लेकर १६
शिक्षकों को एडहॉक से अस्थाई कर दिया, जबकि यह एक्ट टेम्परेरी शिक्षकों के
लिए था। शिक्षकों की सीएएस पदोन्नति से राज्य सरकार को बिना वजह करोड़ों
रुपये इन शिक्षकों को देने पड़ते, जिससे राजकोष पर अनावश्यक आर्थिक बोझ
पड़ता।
विवि एेसा करता तो न्यायसंगत नहीं था
वर्ष २०१२-१३ की शिक्षक भर्ती में पूरी नियुक्ति प्रक्रिया संदेह के
दायरे में है। एेसे में पदोन्नति देना न्यायसंगत नहीं है। विवि को इन
शिक्षकों को स्थाई नहीं करने और पदोन्नति नहीं देने के लिए लिखा था। विवि
सीएएस के अंतर्गत किनको पदोन्नति दे रहा था, मालूम नहीं।
अजयपाल लाम्बा, पुलिस अधीक्षक, एसीबी जोधपुर
सीएएस स्थगित
सीएएस के अंतर्गत होने वाली पदोन्नति प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया
है। शासन से दिशा निर्देश मांगें हैं। उसके बाद ही सीएएस शुरू की जाएगी।
डॉ. आरपी सिंह, कुलपति, जेएनवीयू, जोधपुर