शिक्षा विभाग में व्याख्याता से प्रिंसिपल पद पर पदोन्नति की तैयारी की जा
रही है। लेकिन विभाग में कार्यरत करीब 500 व्याख्याताओं के बारे में विभाग
को पता ही नहीं है कि वे कहां काम कर रहे हैं। पिछले महीने विभाग ने
पदोन्नति के लिए अस्थायी पात्रता सूची जारी की थी।
इसमें व्याख्याताओं की
डिटेल मांगी थी। डिटेल आने के बाद भी विभाग में 500 व्याख्याता ऐसे हैं
जिनका विभाग को पता ही नहीं है कि वे कहां और किस जिले में कार्यरत हैं।
उनकी जन्मतिथि, वर्ग, योग्यता और एंप्लाइज आईडी की जानकारी भी नहीं है।
विभाग को यह भी पता नहीं है कि वे विभाग छोड़ गए या रिटायर हो गए। अब एक
बार फिर उनकी जानकारी जुटाई जा रही है। उपनिदेशक कार्यालयों को 19 अप्रैल
तक इन व्याख्याताओं की जानकारी भेजनी है।
राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष शशिभूषण
शर्मा का कहना है कि अधूरी जानकारी भेजने वाले या सूचनाएं अपडेट नहीं करने
वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। माध्यमिक शिक्षा
निदेशक नथमल डिडेल का कहना है कि सूचना प्राप्त नहीं होने पर इनका नाम
पदोन्नति सूची से हटा दिया जाएगा और अगर पात्रता सूची से इनका नाम विलोपित
किया जाता है तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित कार्यालय की होगी।