जयपुर। बीस वर्षों से तबादलों का इंतजार कर रहे शिक्षकों की उम्मीद इस
साल पूरी हो सकती है। इस बार प्रतिबंधित जिलों के तृतीय श्रेणी शिक्षकों के
भी तबादले होंगे। आरटीई की मंगलवार को लॉटरी निकालते वक्त खुद शिक्षा
राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने इसकी पुष्टि की।
शिक्षा और शिक्षकों के हितों को ध्यान में रखकर तबादले
वासुदेव देवनानी ने कहा, इस बार तृतीय श्रेणी के तबादले भी खुले हैं।
सभी जिलों के शिक्षकों के तबादले खोले जाएंगे। हालांकि बाद में बात संभालते
हुए देवनानी ने कहा कि अभी कुछ तय नहीं किया है।
शिक्षा और शिक्षकों के हितों को ध्यान में रखकर तबादले किए जाएंगे।
तबादला नीति के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले चरण में काउंसलिंग सिस्टम
लागू किया जा चुका है। नीति का दूसरा चरण भी जल्द अस्तित्व में लाया जाएगा।
बाेर्ड की परीक्षाआें के बीच तबादले की जुगत
तबादलों
पर बैन हटने के बाद सर्वाधिक हलचल शिक्षा विभाग में नजर आ रही है। हालांकि
फिलहाल बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं, फिर स्कूलों में परीक्षा होगी।
परीक्षा का दौर अप्रेल अंत तक चलेगा। लेकिन परीक्षाओं के बीच ही शिक्षकों
ने जुगत लगानी शुरू कर दी है।
5वीं में बेटी- UKG में बेटे को छोड़ 'शहीद' हुए लक्ष्मण सिंह, पापा के छुट्टी पर लौटने का रहता था इंतज़ार
...तो डेढ़ लाख शिक्षकों को मिलेगी राहत
प्रतिबंधित
जिलों में सैकड़ों शिक्षक दो-दो दशक से तबादले की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
इन जिलों में 7 वर्षों से तो तबादले हुए ही नहीं हैं। अगर इन जिलों व तृतीय
श्रेणी शिक्षकों के भी तबादले हुए तो डेढ़ लाख शिक्षकों को राहत मिलेगी।
कई शिक्षक दशकभर बाद घर लौट पाएंगे।