जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की सिंडिकेट की बैठक पर संकट छाने की संभावना
है। सिंडिकेट के चार सदस्यों ने 8 मार्च को प्रस्तावित बैठक में आने से
इनकार कर दिया है। ऐसे में बैठक का कोरम ही पूरा नहीं हो पाएगा और कोई
निर्णय लेना कठिन हो जाएगा।
सिंडिकेट बैठक का एजेंडा 22 फरवरी को जारी किया गया था। जेएनवीयू
प्रशासन का कहना है कि सभी सदस्यों को स्पीड पोस्ट से एजेंडा भेज दिया गया।
दूसरी ओर दो सदस्य विधायकों का कहना है कि उन्हें एजेंडा नहीं मिला, ऐसी
परिस्थिति में वे बैठक में शामिल होने में असमर्थ हैं। विश्वविद्यालय यह
दावा कर रहा है कि दस्तावेज के अनुसार उनके पास एजेंडा पहुंच भी गया, अब वे
नहीं आ रहे इसका कारण कुछ और ही है। सरकार के प्रतिनिधि कैलाश भसीन और
कुलपति की ओर से नामित सदस्य प्रो. अनिल गुप्ता ने भी बैठक में आने में
असमर्थता जताई है। गौरतलब है कि सिंडिकेट की इस बैठक में कला संकाय के दो
विभागों में शिक्षक भर्ती के लिए हुए साक्षात्कार की अनुशंसाओं के बंद
लिफाफे खोले जाने हैं। दोनों विधायक सदस्यों और प्रो. गुप्ता भर्ती
प्रक्रिया को लेकर पूर्व में विरोध दर्ज करवा चुके हैं।
मना करने वाले सदस्यों ने कहा- समय पर नहीं पहुंचा एजेंडा, विश्वविद्यालय का दावा- स्पीड पोस्ट से भेजा, उन्हें मिल भी गया