जयपुर। प्रदेश के साढ़े आठ लाख कर्मचारियों को
इसी दिन का इंतजार था। आखिर उनकी मुराद पूरी हो ही गई। भले ही इसमें सरकार
का राजनीतिक हित ही क्यों न हो।
संदर्भ है प्रदेश में तबादलों से रोक
हटाना। तबादलों से रोक हटने से प्रदेश के 10 से ज्यादा विभागों के
कर्मचारियों में खुशी की लहर है। सबसे ज्यादा खुशी तो शिक्षा विभाग के
कर्मचारियों में है। इस विभाग में पौने दो लाख से ज्यादा कर्मचारी हैं, जो
लंबे समय से इस दिन का इंतजार कर रहे थे।
तबादलों से रोक हटाने में
इस बार कोई टाइम पीरियड नहीं लगाया है। मतलब अनिश्चितकाल के लिए रोक हटाई
है। अब तो तबादलों की बाढ़ ही आ जाएगी। नेताजी के यहां कर्मचारियों की
लंबी-लंबी कतारें लगने वाली हैं। जनप्रतिनिधि अपने पसंद के लोगों को उनकी
पसंद की जगह पर तैनात करवा सकेंगे।
ग्रेड थर्ड के टीचर्स के ट्रांसफर पर 2010 से बैन था। 8 साल बाद बैन हटा
है। खुश होना जायज है। हालांकि शिक्षा विभाग में अभी आदेश जारी होने में
देर है, क्योंकि बच्चों की परीक्षाएं चल रही हैं। परीक्षाओं के बाद आदेश
जारी होगा। लेकिन नेताजी के पास लोगों की लाइन अभी से लगना तय है। हरेक बंधु
अपना-अपना जुगाड़ बिठाने में लगा रहेगा।
प्रदेश में कर्मचारी संगठनों
के साथ भाजपा नेता और कार्यकर्ता सरकार से लंबे समय से तबादलों पर से रोक
हटाने की मांग कर रहे थे। प्रदेश में 10 जिलों में तो 20 साल से तबादलों पर
प्रतिबंध था। प्रतिबंधित जिलों से कार्मिक सामान्य जिले में ट्रांसफर नहीं
करा सकता था। अब तक काला पानी काट रहे कर्मचारियों में से कोई मलाई वाली
जगह जाना चाहेगा और कोई सुकून वाली।
इन विभागों के कर्मचारियों-अधिकारियों के हो सकेंगे ट्रांसफर
कृषि
विभाग, पीडब्लूडी, पीएचईडी, खान विभाग, राजस्व विभाग, गृह विभाग,
स्वास्थ्य विभाग, खाद्य विभाग, वन विभाग एवं यूडीएच में तबादलों से बैन
हटाया गया है। इनके अलावा सभी निगम, बोर्ड, सरकारी उपक्रम, व स्वायत्तशासी
संस्थाओं में भी तबादले हाे सकेंगे।