प्रदेश में 35 हजार तृतीय श्रेणी अध्यापकों की भर्ती के लिए रीट का
आयोजन 11 फरवरी को होगा। इस परीक्षा के लिए प्रदेश के लगभग 10 लाख अभ्यर्थी
दौड़ में हंै। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजत होने वाली इस परीक्षा
के लिए पूरे प्रदेश में लगभग 2 हजार 600 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं।
कक्षा छह से आठवीं कक्षा तक अध्यापकों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा
पहली पारी में सुबह 10 बजे से दोपहर 12.30 तक ली जाएगी। जबकि कक्षा एक से
पांचवीं कक्षा के लिए प्रथम स्तर अध्यापक भर्ती की परीक्षा दूसरी पारी में
दोपहर 2.30 से शाम 5 बजे तक ली जाएगी। बोर्ड ने परीक्षा में नकल रोकने अथवा
अनुचित साधनों की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाए हैं। राजस्थान में शिक्षक
बनने के लिए सरकार ने यह एकमात्र परीक्षा तय की है।
लगेंगे जैमर और मेटल डिटेक्टर
सभी संवेदनशील और
अतिसंवेदनशील परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इस पर लगभग
पांच करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके अलावा शेष परीक्षा केन्द्रों पर भी
नियमित अंतराल में वीडियोग्राफी कराई जाएगी। परीक्षा केन्द्रों पर प्रवेश
के समय मेटल डिटेक्टर से जांच की जाएगी। शिक्षा बोर्ड परीक्षा केन्द्रों पर
मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रिानिक माध्यमों के संचालन को रोकने के लिए जैमर भी
लगाएगा।
इसके लिए बोर्ड प्रशासन ने राज्य सरकार से अनुमति मांगी है। अभ्यर्थियों
को प्रवेश के समय कड़ी निगरानी से होकर गुजरना होगा। शक होने पर अभ्यर्थी
को परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा। मालूम हो कि देश में सबसे पहले
सीबीएसई ने नीट और जेईई मेन्स में मेटल डिटेक्टर से जांच
करने की शुरुआत की है। इसके बाद देश भर में अन्य संस्थाओं ने इसे अपनाना शुरू किया है।
प्रवेशपत्र के साथ फोटोयुक्त पहचान पत्र भी लाना होगा
अभ्यर्थियों
को प्रवेश-पत्र के अलावा अपने साथ फोटो युक्त पहचान-पत्र भी लाना होगा।
पहचान पत्र के अभाव में अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
परीक्षा संबंधी किसी भी समस्या के निराकरण के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
सहित जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जाएगी। इन पर अभ्यर्थी
अपनी समस्याओं का समाधान कर सकेंगे। तकनीकी रूप से बड़ी परेशानी होने पर
बोर्ड स्तर पर उसका समाधान किया जाएगा।