उदयपुर. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती रीट परीक्षा में प्रतिबंध के बावजूद ज्यादातर केन्द्रों पर महिलाएं जेवर पहनकर परीक्षा देने पहुंचीं।
ऐसे में उनके हाथों से चूड़ियां, कानों से बाली और गले से हार आदि उतरवा दिए गए। रखने की जगह नहीं होने के कारण कई महिलाएं सेंटर के बाहर खुले में ही चूड़ियां छोड़कर कक्ष में गईं। कई केन्द्रों पर तो स्थिति ये थी कि मुख्य गेट पर पहचान पत्र जांच के लिए मात्र एक-एक ही इनविजिलेटर थे।
गेट पर परीक्षार्थियों की लम्बी कतार देखते हुए भी बिना जांचे ही प्रवेश दे दिया गया। परीक्षा में प्रवेश पत्र, नीला बॉल पेन, एक फोटो पहचान पत्र और उसकी स्वप्रमाणित फोटो प्रति लाना अनिवार्य था। महिलाओं के जेवर पहनकर आने व इलेक्ट्रॉनिक आइटम पर प्रतिबंध था। पहली पारी में सुबह 10 से दोपहर 12:30 बजे तक 88 केन्द्रों पर 31328 में से 29715 परीक्षार्थी बैठे। दूसरी पारी में दोपहर 2:30 बजे से शाम 5 बजे तक 6454 में से 5897 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी।
परीक्षार्थियों की भीड़, 20 मिनट जाम में फंसे गृहमंत्री कटारिया
दोपहर में रोडवेज बस स्टैंड और उदियापोल चौराहा पर परीक्षार्थियों की भीड़ रही। ऐसे में यहां जाम की स्थिति बनी रही। जाम में राजकीय वाहन में सवार गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया भी 20 मिनट तक फंस गए।
प्रश्न पत्र में मेवाड़ से जुड़े कई सवाल थे
सुबह की पारी में सामान्य ज्ञान विषय मेंं मेवाड़ से 7-8 प्रश्न आए। इसमें महाराणा प्रताप के हाथी (रामप्रसाद) और राजस्थान में मीठे पानी की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील (जयसमंद)के बारे में पूछा गया। मीराबाई के पति का नाम (भोजराज) और केसरीसिंह बारहठ के बारे में भी प्रश्न पूछे गए। पूरे प्रश्न पत्र की बात करें तो साइकोलॉजी का पेपर बेहद कठिन था। परीक्षार्थियों का कहना था कि जो किताबें पढ़ीं, उनके पैटर्न से बाहर के प्रश्न आए। अंग्रेजी के प्रश्न ठीक थे तथा हिंदी और सामाजिक विज्ञान का पेपर आसान रहा।