बीकानेर .
प्रदेश में शिक्षक सीधी भर्ती प्रतियोगी परीक्षा-2012 के नवंबर-2016 में
पुन: संशोधित परिणाम के कारण समायोजन से बाहर होने वाले 3227 शिक्षकों को
सरकार अब स्थाई करेगी। इनमें तृतीय श्रेणी प्राथमिक विद्यालय व उच्च
प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक शामिल हैं। इन शिक्षकों का समायोजन शिक्षा
विभाग में उपलब्ध रिक्त पदों के विरुद्ध किया जाएगा।
जिला परिषद के इन शिक्षकों को शिक्षा विभाग के पास उपलब्ध रिक्त पदों पर
समायोजन के संबंध में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक भी हुई। बैठक में
पुन: संशोधित परिणाम के कारण वरीयता से बाहर होने वाले ६३२५ शिक्षकों में
से ३००८ शिक्षकों का समायोजन जिला परिषदों की ओर से विज्ञापित पदों के
विरुद्ध रिक्त रहे पदों पर करने का निर्णय किया गया था। शेष रहे 3227
शिक्षकों के संबंध में निर्णय किया कि इनका समायोजन विभाग में उपलब्ध रिक्त
पदों के विरुद्ध कर नियमानुसार स्थाईकरण कर दिया जाए।
तीन लाख मिलेंगे
इन शेष रहे 3227 शिक्षकों को
सितंबर-2014 से मार्च-2016 तक वेतन के रूप में एरियर मिलेगा। इसमें
प्रत्येक शिक्षक को करीब तीन लाख रुपए मिलेंगे। करीब तीन साल से उसी वेतन
में काम कर रहे शिक्षकों को ग्रेड के अनुसार
एरियर मिलेगा।
जिले के 80 शिक्षक
सरकार ने शिक्षकों को स्थाई करने
के आदेश दिए हैं। अब इन शिक्षकों को वेतन के रूप में एरियर भी मिलेगा।
जिले के करीब 80 शिक्षकों को स्थाई कर दिया गया है।
उमाशंकर किराडू, जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारंभिक शिक्षा
राज्य में साढ़े आठ लाख परीक्षार्थी देंगे रीट
बीकानेर.
राज्य में इस बार रीट (तृतीय श्रेणी अध्यापक पात्रता परीक्षा) में करीब
साढ़े आठ लाख परीक्षार्थी शरीक होंगे। रीट की पिछली परीक्षा में करीब छह
लाख परीक्षार्थी बैठे थे। यह परीक्षा 11 फरवरी को होंगी। परीक्षा की मुख्य
सचिव स्तर पर समीक्षा के बाद अब तैयारियां अंतिम चरण में है। परीक्षा दो
चरणों में होगी। पहले लेवल सैकण्ड की परीक्षा ९ बजे शुरू होगी। वहीं दूसरे
चरण में प्रथम लेवल की परीक्षा २ बजे शुरू होगी। इसमें रिक्रूटमेंट एवं
पात्रता एक साथ जांची जाएगी।
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय इस परीक्षा के आयोजन में समन्वयक की भूमिका
में रहेगा। राज्य के सभी स्कूल, कॉलेजों में परीक्षा का केन्द्र रखा गया
है। परीक्षा आयोजन की जिम्मेदारी जिला कलक्टर को दी गई है। प्रशासन, जिला
शिक्षा अधिकारी, पुलिस एवं कार्मिकों को परीक्षा व्यवस्था में लगाया गया
है। परीक्षा में निगरानी के लिए चार परीक्षा केन्द्रों पर एक उडऩ दस्ता
लगाया गया है।