अजमेर . शिक्षा
राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि राज्य में शिक्षकों के 35 हजार
पदों पर शीघ्र भर्ती की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 11 फरवरी को
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा रीट का आयोजन किया जाएगा।
देवनानी ने सचिवालय में रीट की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने
बताया कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर
परीक्षाओं की प्रभावी व्यवस्था की गई है। परीक्षा केन्द्रों पर मोबाइल,
ब्लूटूथ आदि इलेक्ट्रोनिक उपकरणों के जरिए किसी भी प्रकार की नकल को रोके
जाने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। परीक्षा केन्द्रों पर 5 हजार
सीसीटीवी कैमरे लगेंगे।
इनके जरिए परीक्षा केन्द्रों पर पूर्ण निगरानी रखी जाएगी तथा यह
सुनिश्चित किया जाएगा कि परीक्षा की गोपनीयता किसी भी स्तर पर भंग नहीं हो।
देवनानी ने बताया कि परीक्षा संचालन के लिए जिला परीक्षा संचालन
समितियों का गठन किया गया है। जिला कलक्टर्स के माध्यम से परीक्षा
केन्द्रों पर उडऩदस्ते, डिप्टी को-ऑर्डिनेटर्स तथा केन्द्र पर्यवेक्षकों
की समुचित नियुक्तियां की जा रही है। परीक्षा प्रारंभ होने के निर्धारित
समय के बाद किसी भी अभ्यर्थी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परीक्षा केन्द्रों
पर केन्द्र पर्यवेक्षक, केन्द्राधीक्षक, अतिरिक्त केन्द्राधीक्षक,
सुपरवाइजर, वीक्षक व अन्य कार्मिकों के निजी रिश्तेदार यदि परीक्षा में बैठ
रहे है तो उनकी ड्यूटी अन्य परीक्षा केन्द्रों पर लगवाई जाएगी।
पहले होती थी आरटेट
राज्य में पहले शिक्षक पात्रता
के लिए आरटेट परीक्षा कराई जाती थी। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद
अभ्यर्थियों को संबंधित जिला परिषद अथवा आरपीएससी से होने वाली परीक्षा पास
करनी पड़ती थी। भाजपा ने 2013 में सत्ता में आने के बाद आरटेट के बजाय एक
ही शिक्षक भर्ती परीक्षा यानि रीट कराने का फैसला किया। यह जिम्मेदारी
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को सौंपी गई है।
किया था 15 लाख नौकरियों का वायदा
भाजपा ने चुनाव
घोषणा पत्र में 15 लाख नौकरियों का वायदा किया था। विपक्ष में रहते हुए
कांग्रेस ने सरकार को कई बार इस मुद्दे पर घेरा भी है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने सरकार पर झूठे वायदे और बेरोजगारी बढऩे की बात कहते हुए कई बार आलोचना की है।