शिक्षा विभाग मेवात एवं पंचकूला के मोरनी जैसे दुर्गम क्षेत्रों में
तबादला लेने पर शिक्षकों को 25 फीसदी अतिरिक्त वेतन देने की तैयारी कर रहा
है। इसके लिए विभाग ने तबादला के नियमों में बदलाव करने का प्रस्ताव बनाया
है।
शिक्षा विभाग को उम्मीद है कि इस योजना से दुर्गम इलाकों में
जाने से शिक्षक परहेज नहीं करेंगे। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक मेवात और
मोरनी को शिक्षा विभाग में तैनाती की दृष्टि से दुर्गम एवं दूरस्थ क्षेत्र
माना गया है। अब तक शिक्षक इन क्षेत्रों में तैनाती को सजा के रूप में
देखते थे। हालांकि अभी भी इन क्षेत्रों में नौकरी करने वाले शिक्षकों को 10
फीसदी अतिरिक्त वेतन दिया जाता है। बावजूद इसके शिक्षक यहां जाने से मना
कर देते हैं। हालात को देखते हुए खुद मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों शिक्षा
विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि किसी भी
शिक्षक को जबरन इस इलाके में भेजने की जरूरत नहीं है। बल्कि ऐसी नीति बननी
चाहिए कि शिक्षक खुद इन इलाकों में जाने की मांग करें। मुख्यमंत्री के
निर्देश के बाद विभाग ने योजना को अंतिम रूप दे दिया है। अब इस योजना पर
शिक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री की मुहर लगनी बाकी है।
मुख्यमंत्री को भेजा प्रस्ताव
शिक्षा
विभाग के अधिकारियों के मुताबिक करीब 43 हजार जेबीटी और सीएंडवी शिक्षकों
के अंतर जिला ट्रांसफर के लिए शिक्षा विभाग ने 15 जनवरी को नीति तैयार कर
मुख्यमंत्री को भेज दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसे कुछ सुझाव
के साथ वापस कर दिया था। ऐसे में विभाग ने एक बार फिर से प्रस्ताव में
संशोधन कर फाइल मुख्यमंत्री को भेज दिया है। इस प्रस्ताव में मुख्यमंत्री
कार्यालय से यह भी तय किया जाना है कि इस स्थानांतरण नीति में संबंधित
शिक्षकों को एक ही जिले का विकल्प दिया जाए या छह जिलों का। शारीरिक रूप से
अक्षम, दिव्यांग बच्चे के माता-पिता और गंभीर बीमारियों के मामलों में वही
प्रावधान रखे जा सकते हैं, जो मौजूदा ऑनलाइन स्थानांतरण पॉलिसी में हैं।
ज्यादा फायदा गुरुग्राम को
इस
प्रस्ताव का बड़ा फायदा गुरुग्राम के शिक्षकों को मिल सकता है। आमतौर पर
मेवात में गुरुग्राम, फरीदाबाद एवं रेवाड़ी जिले के शिक्षक ही जाते हैं।
ऐसे में इस योजना के लागू होने से इन शिक्षकों का वेतन 25 फीसदी बढ़ने की
उम्मीद है। उम्मीद तो यह भी है कि योजना लागू होने से बाकी जिलों के शिक्षक
भी तीन से पांच साल के लिए मेवात आने की मांग कर सकते हैं।