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सरकारी स्कूलों को नहीं मिले 3000 ट्रेनी शिक्षक, पढ़ाई हो रही प्रभावित

धौलपुर | सरकारीस्कूलों में शिक्षकों के खाली पदों के विकल्प में बच्चों को पढ़ाने के लिए ट्रेनी शिक्षकों की व्यवस्था नहीं हो पाई है। शिक्षा विभाग ने सेशन के शुरूआत एक जुलाई से कक्षा एक से 12वीं कक्षाओं के स्कूलों में बीएड से लेकर बीएसटीसी ट्रेनी की पढ़ाने की व्यवस्था करनी थी।


कॉलेजों को इस संबंध में बीकानेर शिक्षा निदेशालय से लॉग-इन आईडी जारी नहीं होने से मामला अटका हुआ है। इसकी प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। ऐसे में स्कूलों में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। इसके बाद दूसरे आदेश में अगस्त से यह प्रक्रिया होनी थी, लेकिन इसमें लॉग-इन पासवर्ड जारी नहीं होने और बीएड परीक्षा शुरू होने से स्कूलों में नहीं लगाया जा सका है।

बीएड-बीएसटीसीकॉलेजों के लगाने हैं शिक्षक

विभागके अनुसार सरकारी प्राइमरी और माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में विभिन्न खाली पदों पर शिक्षण कार्य के लिए 32 बीएड और 16 बीएसटीसी कॉलेजों के करीब 3 हजार ट्रेनी शिक्षकों को पढ़ाने के लिए लगाया जाना है। जो स्कूलों में 16 और चार सप्ताह तक बच्चों को पढाएंगे। प्राइमरी और सेकंडरी स्कूलों में शिक्षकों के खाली पदों पर करीब तीन हजार बीएड और बीएसटीसी ट्रेनी शिक्षकों को पढ़ाने के लिए लगाया जाना है। इन संस्थानों को लॉग-इन पास वर्ड जारी नहीं होने से प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हो सकी है। नवंबर से स्कूलों में शिक्षण कार्य की व्यवस्था हो सकेगी। उल्लेखनीय है कि जिले में बड़ी संख्या में शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

शिक्षा विभाग के स्कूलों में अब 11वीं की पढ़ाई एनसीईआरटी की पुस्तकों से कराई जा रही है। किताबें आसानी से उपलब्ध कराने के मकसद से पाठयक्रम निगम ने एक नई सुविधा शुरू की है। 11वीं के विद्यार्थी चाहें तो अपने कोर्स की पुस्तक निगम से सीधे ऑनलाइन मंगा सकते हैं। ऑर्डर देने के सात से दस दिन में किताबें घर पर भिजवा दी जाएंगी। ऑनलाइन पेमेंट करने और अपने विषय की पुस्तक का पूरा सेट मंगाने पर डिलीवरी पूरी तरह निशुल्क कर दी जाएगी। 

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