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तीसरी-पांचवी 8वीं के बच्चों की शिक्षा से तय होगी जिले की रैंकिंग

बूंदी| शिक्षा की गुणवत्ता अन्य गतिविधियों के आधार पर राष्ट्रीय स्तर पर जिले राज्य की रैंकिंग तय होगी। सरकारी स्कूलों में कक्षा 3, 5 8 में पढ़ने वाले बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता अन्य गतिविधियों के आधार पर जिले की रैंकिंग का निर्धारण होगा।
राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद आयुक्त स्कूल शिक्षा शासन सचिव भाषा विभाग ने 29 मई को वीसी में निर्देशों की पालना के लिए सभी शिक्षा अधिकारियों को आदेशित किया है। खास बात यह है कि सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, जिसकी दो स्तरों पर सतत मॉनिटरिंग की जाएगी। सर्व शिक्षा अभियान द्वारा सभी शिक्षा अधिकारियों को इसके लिए निर्देश दिए जा चुके हैं।

पीईईओकरेंगे मॉनिटरिंग

जिलेके सभी पदेन पंचायत प्रारंभिक अधिकारी (पीईईओ) अपने-अपने अधीन आने वाले विद्यालयों की गुणवत्ता विकास के लिए सतत मॉनिटरिंग करेंगे। साथ ही जिला परियोजना द्वारा भी विद्यालयों की रैंकिंग का आधार तय किया जा रहा है। इसके तहत प्रत्येक ब्लॉक से श्रेष्ठ विद्यालयों का चयन किया जाएगा।

5विद्यालय उत्कृष्ट की श्रेणी में

जिलेके पांच सरकारी विद्यालय उत्कृष्ट श्रेणी में रखे गए हैं। इनमें खेरूणा, नारायणपुरा, ढाकणी, बोरखंडी धनावा शामिल है। आईटी सेंटर विकसित करने के लिए भी इन विद्यालयों का चयन किया गया है। इसके अलावा इन पांच विद्यालयों में गणित, विज्ञान की लैब विकसित की जा चुकी है। ये पांचों विद्यालय अपने आप में श्रेष्ठता वाले हैं।

ग्रेडिंगपर रहेगा फोकस

रैंकिंगनिर्धारण के लिए बच्चों की ग्रेडिंग पर विशेष फोकस रहेगा। इन कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों की ग्रेडिंग ही जिले की रैंकिंग का आधार रहेगी। इसके अलावा संसाधनों को भी ध्यान में रखा जाएगा। सॉफ्टवेयर में इनसे संबंधित आंकड़ों को ऑनलाइन फीड करना होगा।

^वीसीमें निर्देश मिल गए हैं। विद्यालयों की रैंकिंग का आधार तय किया जा रहा है। सभी पीईईओ अपने-अपने अधीन विद्यालयों की मॉनिटरिंग करेंगे। सारी सूचना ऑनलाइन भेजी जानी है। राजेंद्रभारद्वाज, एडीपीसी, सर्व शिक्षा अभियान 

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